Move to Jagran APP

Coronavirus Oxygen Emergency: ऑक्सीजन नहीं मिली तो तड़पकर चार लोगों ने तोड़ा दम, सड़क पर उतरे लोग

विराट अस्पताल की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार ऑक्सीजन के कारण गांव लिलोढ़ निवासी 56 साल की सुशीला कोसली निवासी 28 साल की मनीषा दिल्ली के नांगलोई निवासी 48 वर्षीय कृष्ण गर्ग शहर के टीपी स्कीम निवासी 42 वर्षीय कुलदीप की मौत हुई है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sun, 25 Apr 2021 08:22 PM (IST)Updated: Sun, 25 Apr 2021 08:22 PM (IST)
Coronavirus Oxygen Emergency: ऑक्सीजन नहीं मिली तो तड़पकर चार लोगों ने तोड़ा दम, सड़क पर उतरे लोग
शहर के विराट अस्पताल में नहीं मिली मरीजों को समय पर आक्सीजन।

रेवाड़ी [अमित सैनी]। दर्दनाक मंजर जिसने भीतर तक हिलाकर रख दिया। ऑक्सीजन की कमी से शहर के विराट अस्पताल में चार मरीजों की तड़पकर मौत हो गई। वहीं कई मरीज गंभीर हालत में पहुंच गए। अस्पताल प्रबंधन का आरोप है कि उनको ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं दी गई जिसके चलते यह बड़ी घटना हुई। वहीं स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अस्पताल को रात को ही 140 ऑक्सीजन सिलेंडर दिए गए थे। मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई। इस घटना के बाद मृतकों के स्वजन व अन्य भर्ती मरीजों के तीमारदारों ने अस्पताल के सामने ही सरकुलर रोड पर जाम लगा दिया।

loksabha election banner

सिविल सर्जन व जिला प्रशासन के विरोध में लोगों ने लगाया सरकुलर रोड पर जाम

लोगों ने जिला प्रशासन व सिविल सर्जन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एसडीएम रविंद्र यादव, सिविल सर्जन डा. सुशील कुमार माही, डीएसपी मोहम्मद जमाल मौके पर पहुंचे तथा स्थिति को काबू में किया। मरीजों के तीमारदार खासे गुस्से में थे जिसके चलते भारी पुलिस बल की अस्पताल के भीतर व आसपास तैनाती की गई।

चीख पुकार से गूंज उठा अस्पताल

ऑक्सीजन गैस की निजी अस्पतालों में किल्लत कई दिनों से चल रही है। हालांकि रविवार सुबह एक टैंकर पानीपत से आया है लेकिन गैस का कोटा अब निर्धारित कर दिया गया है। विराट अस्पताल में दोपहर 2 बजे से ही ऑक्सीजन कम होने लगी थी। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि ऑक्सीजन के लिए वे लोग लगातार सिविल सर्जन व नागरिक अस्पताल के अन्य चिकित्सकों से संपर्क साध रहे थे लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई। उनको सिर्फ दस सिलेंडर देकर भेज दिया गया। अस्पताल के यूनिट हैड प्रताप यादव की ओर से 3 बजकर 40 मिनट पर यह ट्वीट भी किया गया कि अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने वाली है।

ऑक्सीजन सप्लाई रोकने का लगाया अस्पताल प्रबंधन ने आरोप

प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग मदद करे अन्यथा भयंकर त्रासदी हो जाएगी। उनके ट्वीट के बाद भी ऑक्सीजन नहीं मिली। इसके करीब आधे घंटे बाद ही अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हो गई तथा चार कोविड संक्रमित मरीजों ने ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ दिया। इसके बाद अस्पताल में चीख पुकार मच गई। मरीजों के स्वजन इधर-उधर दौड़ने लगे। जिन लोगों के स्वजन ऑक्सीजन नहीं मिलने से दुनिया छोड़कर चले गए उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। बहुत से लोग आकर सड़क पर बैठ गए। डीएसपी मोहम्मद जमाल ने लोगों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया।

कम सिलेंडर अलाट करने का आरोप

अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उनके पास 114 मरीज भर्ती हैं। उनको ऑक्सीजन की सबसे अधिक आवश्यकता है। जब वह सिलेंडर लेने एजेंसी पर पहुंचे तो कहा गया कि हर अस्पताल के लिए कोटा निर्धारित कर दिया गया है। उनको बेहद कम ऑक्सीजन मुहैया कराई गई।

इन मरीजों की गई जान

विराट अस्पताल की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार ऑक्सीजन के कारण गांव लिलोढ़ निवासी 56 साल की सुशीला, कोसली निवासी 28 साल की मनीषा, दिल्ली के नांगलोई निवासी 48 वर्षीय कृष्ण गर्ग, शहर के टीपी स्कीम निवासी 42 वर्षीय कुलदीप की मौत हुई है। चारों कुछ दिन पहले ही कोरोना संक्रमित पाये गए थे।

सिविल सर्जन के घेराव का किया प्रयास

सिविल सर्जन जब एसडीएम रविंद्र यादव के साथ विराट अस्पताल में पहुंचे तो वहां पर मरीजों के तीमारदारों ने उनका भी घेराव करने का प्रयास किया। हालांकि, पुलिस की मौजूदगी के कारण हालात नहीं बिगड़ सके।

मेरे खिलाफ साजिश चल रही है। गाड़ी जैसे ही गोदाम पर पहुंचती है विराट अस्पताल का नाम सुनकर उसे ऑक्सीजन नहीं दी जाती। चार मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई है। मैंने प्रशासनिक अधिकारियों को कहा है कि अस्पताल को टेकओवर कर लें, मैं पूरी मदद करने को तैयार हूं।

डा. विराटवीर यादव, सीईओ विराट अस्पताल

रेवाड़ी के लिए शनिवार को 5 मीट्रिक टन ऑक्सीजन अलाट हुई थी। अब हमारा कोटा घटाकर 3 मीट्रिक टन कर दिया गया है। यानी सवा 300 सिलेंडर ही हम रोजाना भर सकेंगे। मैंने सरकार से कोटा बढ़ाने की मांग की है। विराट अस्पताल को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मुहैया कराई जा रही है। रात को ही 140 ऑक्सीजन सिलेंडर दिए गए थे। सुबह भी सिलेंडर दिए गए हैं। मैंने कोई सिलेंडर की गाड़ी नहीं रोकी है। मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई है यह कहना जल्दबाजी होगा। इसकी जांच की जा रही है।

डा. सुशील कुमार माही, सिविल सर्जन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.