एम्स के लिए जमीन का कब्जा लेने जल्द आएगी केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम
जिले के माजरा में बनने वाले एम्स की जमीन को कब्जा लेने के लिए जल्द ही केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम दौरे पर आ रही है। इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने दी है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : जिले के माजरा में बनने वाले एम्स की जमीन को कब्जा लेने के लिए जल्द ही केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम दौरे पर आ रही है। इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने दी है।केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया से बात कर केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम को जल्द भेजने को कहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अक्टूबर मध्य तक केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग जमीन से संबंधित औपचारिकताएं पूरी कर लेने के बारे में बताया है। प्रदेश सरकार द्वारा भी स्वास्थ्य विभाग को जमीन पर कब्जा लेने के लिए पत्र लिखा गया है।
राव ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग को जमीन सौंपने के बाद एम्स के शिलान्यास का रास्ता भी साफ हो जाएगा। गांव माजरा में बनने वाले देश के 22 वें एम्स का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जल्द ही करेंगे। वह लगातार प्रधानमंत्री कार्यालय के संपर्क में है। केंद्रीय मंत्री ने उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग को भी निर्देश दिए हैं कि जमीन से संबंधित सारे रिकार्ड को दुरुस्त कर लें और केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम के पहुंचने पर एम्स की जमीन का कब्जा स्वास्थ्य विभाग की टीम को सौंप दें।
1300 करोड़ खर्च करेगी केंद्र सरकार
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब तक एम्स के लिए करीब 190 एकड़ जमीन अधिकृत की जा चुकी है, बाकी बची जमीन से संबंधित औपचारिकताएं भी जल्द पूरी हो जाएंगी। केंद्र सरकार एम्स निर्माण पर 1300 करोड़ रुपये खर्च करेगी। एम्स के बनने के बाद यहां के लोगों को खासकर रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, भिवानी, रोहतक, झज्जर, नूंह, पलवल व फरीदाबाद सहित राजस्थान के अलवर व झुंझुनू जिलों को भी फायदा मिलेगा। उन्होंने बताया कि एम्स में प्रत्यक्ष रूप से करीब तीन हजार व अप्रत्यक्ष रूप से करीब 10 हजार लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
माजरा एम्स में होंगे 750 बेड
राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि माजरा एम्स 750 बिस्तरों का अस्पताल होगा, जिसमें मेडिकल कालेज, नर्सिंग कालेज सहित आइसीयू स्पेशलिस्ट व सुपर स्पेशलिस्ट सहित करीब 1500 व्यक्तियों को प्रतिदिन ओपीडी की सुविधाएं होगी। इसके अलावा प्राइवेट वार्ड, ट्रामा बेड व आयुष बेड की सुविधाएं भी कैंपस में मिलेंगी। कैंपस में नाइट शेल्टर, गेस्ट हाउस एक हजार सीटों का आडिटोरियम, हास्टल व आवासीय सुविधाएं भी बनाई जाएंगी। एम्स में स्वास्थ्य सुविधाओं के बढ़ोतरी के साथ मेडिकल एजुकेशन, नर्सिंग और स्वास्थ्य संबंधित रिसर्च अनुसंधान को भी बढ़ावा मिलेगा।