कर्मचारियों ने मांगें न मानने पर कराया मुंडन
बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन के बैनर तले चल रहे अनिश्चितकालीन हड़ताल के दसवें दिन कर्मचारियों ने मुंडन कराते हुए रोष प्रकट किया। जिला प्रधान सरस्वती देवी की अध्यक्षता में कर्मचारियों ने सरकार के साथ हुए समझौते की अधिसूचना जारी करने की मांग की। बीरेंद्र यादव के संचालन में कर्मचारियों से एकजुट होकर आंदोलन में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। मंडन करने वाले कर्मचारियों में शमशेर ¨सह खोल, पवन कुमार बावल, शिशुपाल गुरावड़ा, कृष्ण कुमार, सुरेंद्र हेल्थ इंस्पेक्टर आदि ने मुंडन कराते हुए अपना रोष प्रकट किया। हड़ताल को आशा वर्कर की जिला प्रधान सुषमा यादव ने अपना समर्थन करते हुए संबोधित किया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने मांगें नहीं मानीं तो आंदोलन में साथ बैठेंगी।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : बहुद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन के बैनर तले चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल के दसवें दिन कर्मचारियों ने मुंडन कराते हुए रोष प्रकट किया। जिला प्रधान सरस्वती देवी की अध्यक्षता में कर्मचारियों ने सरकार के साथ हुए समझौते की अधिसूचना जारी करने की मांग की। बीरेंद्र यादव ने एकजुट होकर आंदोलन में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। मुंडन करने वाले कर्मचारियों में शमशेर ¨सह खोल, पवन कुमार बावल, शिशुपाल गुरावड़ा, कृष्ण कुमार, हेल्थ इंस्पेक्टर सुरेंद्र शामिल हैं। हड़ताल को आशा वर्कर की जिला प्रधान सुषमा यादव ने अपना समर्थन दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार ने मांगें नहीं मानी तो आंदोलन में साथ बैठेंगी। आज शहर में निकालेंगे जुलूस:
बहुद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन व सर्व कर्मचारी संघ के साथ मिलकर 6 सितंबर को शहर में रोष प्रकट करते हुए जुलूस निकालेंगे। प्रदर्शन को बाला देवी, कृष्णा देवी, सरोज देवी, सावित्री देवी, जितेंद्र कुमार, राजेश कुमार, शिशुपाल, धनराज यादव, शमशेर, महिपाल ने संबोधित किया। जिला प्रधान सरस्वती देवी ने जल्द अधिसूचना जारी नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी। सिविल सर्जन के साथ हुई बैठक:
एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल के साथ सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार के साथ बैठक हुई। इसमें उन्होंने कर्मचारियों से धरना समाप्त करने का आह्वान किया। इसके अलावा उन्होंने सरकार द्वारा एस्मा लगाने की जानकारी देते हुए अस्पताल परिसर से अन्यत्र जाने के निर्देश दिए। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि वे शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। इसलिए उन पर किसी प्रकार का दबाव डालने का प्रयास नहीं किया जाए।