भिवाड़ी के दूषित पानी को लेकर अलवर कलेक्टर के साथ होगी बैठक
उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने भिवाड़ी व खुशखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र से धारूहेड़ा में आ रहे दूषित पानी को लेकर भिवाड़ी में प्रदूषण रीको व भिवाड़ी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की तथा भिवाड़ी में बनाए जा रहे एसटीपी का निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने भिवाड़ी व खुशखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र से धारूहेड़ा में आ रहे दूषित पानी को लेकर भिवाड़ी में प्रदूषण, रीको व भिवाड़ी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की तथा भिवाड़ी में बनाए जा रहे एसटीपी का निरीक्षण किया।
उपायुक्त ने निरीक्षण में पाया कि दो एसटीपी व एक सीटीपी कार्य कर रहे हैं तथा तीन एसटीपी का निर्माण कार्य अभी तक लंबित है। खुशखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र का दूषित पानी नंदरामपुर बास गांव के खुले क्षेत्र में एकत्रित हो रहा है। यह दूषित पानी का ढलान की वजह से हरियाणा के इन गांवों के खुले क्षेत्र में एकत्रित हो रहा है जो कि परेशानी का सबब बना हुआ है। उपायुक्त ने कहा कि राजस्थान औद्योगिक क्षेत्र का गंदा पानी रोकने के लिए आवश्यक कदम अभी तक नहीं उठाए गए हैं तथा एनजीटी के आदेशों की भी पालना नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि इस दूषित पानी के कारण भूमिगत जल दूषित हो रहा है, वहीं जिला के महेश्वरी, धारूहेड़ा व नंदरामपुर बास के लोगों को भी परेशानी हो रही है। भिवाड़ी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने उपायुक्त को बताया कि रीको को केंद्र सरकार से 146 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। इससे सीईटीपी से कंपनियों तक एवं कंपनियों से सीईटीपी तक पाइप लाइन डाली जाएगी। इसके बाद गंदे पानी की समस्या का समाधान हो जाएगा। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अब इस दूषित पानी के बारे में अलवर कलेक्टर के साथ अगले सप्ताह में बैठक की जाएगी, जिसमें कोई ठोस निर्णय लिया जाएगा। इस अवसर पर हरियाणा प्रदूषण बोर्ड के आरओ कुलदीप सिंह, नायब तहसीलदार कृष्ण कुमार, भिवाड़ी के प्रदूषण नियंत्रण मंडल के आरओ केसी गुप्ता, रीको प्रथम के एसआरएम मनोज खुल्लर, बीएमए चेयरमैन सुरेंद्र सिंह चौहान, सीईटीपी चेयरमैन बृजमोहन मित्तल, नगर परिषद आयुक्त धर्मपाल जाट सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।