सीएम का दौरा रद, अधिकारी पहुंचे मसानी बैराज
दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित मसानी बैराज (साहबी) के निरीक्षण के लिए रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल को आना था। दोपहर बाद ढाई बजे मुख्यमंत्री के बैराज पर पहुंचने का समय था लेकिन भारी बारिश के चलते ऐन वक्त पर उनका कार्यक्रम रद्द हो गया। सीएम का कार्यक्रम रद्द होने के बाद उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल, एडीसी प्रदीप दहिया, एसडीएम जितेन्द्र कुमार सहित आला अधिकारियों ने मसानी बैराज का अवलोकन किया। उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि पर्यटकों के लिए मसानी बैराज को दर्शनीय स्थल बनाया जा रहा है। बैराज में लगभग 50 एकड़ में झील बनाई गई है। इसमें ¨सचाई विभाग द्वारा पानी छोड़ा गया है। हरियाणा वन विकास निगम की ओर से यहां बनी झील में बो¨टग व फूडकोर्ट आदि के लिए टेंडर भी
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित मसानी बैराज (साहबी) के निरीक्षण के लिए रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल को आना था। दोपहर बाद ढाई बजे मुख्यमंत्री के बैराज पर पहुंचने का समय था, लेकिन भारी बारिश के चलते ऐन वक्त पर उनका कार्यक्रम रद हो गया। सीएम का कार्यक्रम रद होने के बाद उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल, एडीसी प्रदीप दहिया, एसडीएम जितेन्द्र कुमार सहित आला अधिकारियों ने मसानी बैराज का अवलोकन किया। उपायुक्त ने बताया कि पर्यटकों के लिए मसानी बैराज को दर्शनीय स्थल बनाया जा रहा है। बैराज में लगभग 50 एकड़ में झील बनाई गई है। इसमें ¨सचाई विभाग द्वारा पानी छोड़ा गया है। हरियाणा वन विकास निगम की ओर से यहां बनी झील में बो¨टग व फूडकोर्ट आदि के लिए टेंडर भी छोड़ा गया है। उम्मीद है कि अक्टूबर तक यहां बो¨टग शुरू हो जाएगी और झील में बो¨टग का आनंद जल्द ही रेवाड़ी के साथ दूर-दराज के क्षेत्र के लोगों को मिल सकेगा। साहबी क्षेत्र के कई किलोमीटर में फैले बैराज में नेचर ट्रेल भी विकसित किया गया है। छह किलोमीटर तक शुरूआती काम पूर्ण हो चुका है और दोनों ओर पौधे लगाए गये हैं। सरकार की योजना 18 किलोमीटर तक ट्रेल बनाने की है, ताकि एक बेहतर पर्यटक स्थल बनाया जा सके। शानदार होगा नजारा, दो जगह होगी झील
साहबी बैराज क्षेत्र में यह झील दो जगह तैयार हो रही है। एक झील बांध के पास तथा दूसरी निखरी गांव की ओर है। निखरी गांव की ओर झील में तो पानी पहुंच गया है। यहां जवाहर लाल नेहरू नहर से लाल बहादुर शास्त्री चैनल के माध्यम से पानी पहुंचाया गया है। भविष्य में यहां चिडिया घर भी विकसित करने की योजना है। मसानी बैराज से दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग की सीधी कनेक्टिविटी है। यहां से हर रोज लाखों वाहनों का आवागमन होता है। बड़ी संख्या में टूरिस्ट दिल्ली, जयपुर और अजमेर के लिए यहां से होकर निकलते हैं। अधिकारियों के अनुसार यहां पर चिडिय़ाघर बनाया जाएगा। इसमें सैकडों प्रजातियों को संरक्षित करने की योजना है। योजना के अनुसार यहां पोलर बीयर, टाइगर, चीता, जेबरा, लेपर्ड व एशियन हाथी जैसे जानवरों को लाया जाएगा। हाल में नहर विभाग द्वारा बैराज में पानी छोड़े जाने के दौरान यहां काफी तरह के पक्षी आने शुरू हो गए है।