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मंडल व आंबेडकर को बताया गंगा जमुना की संस्कृति

गढ़ी बोलनी रोड स्थित श्रीकृष्ण भवन में हरियाणा सामाजिक न्याय मंच की ओर से बीपी मंडल स्मृति समारोह के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा टीवी के पूर्व संपादक उर्मिलेश ¨सह ने संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने मंडल आयोग की सिफारशें तथा आंबेडकरवादी विचारधारा को प्रभावी ढंग से लागू करके ही पिछड़ों, दलितों तथा आदिवासियों का कल्याण संभव बताया। मंडल एवं आंबेडकर गंगा जमुना संस्कृति की तरह है। मंच अध्यक्ष प्रो. आरएस यादव की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में सामाजिक कार्यकर्ता बाबू जगजीत ¨सह ने मुख्यवक्ता तथा चंडीगढ़ से पधारे वरिष्ठ अधिवक्ता लाल बहादुर खोवाल तथा पृथ्वीराज यादव ने विशिष्ट अतिथि के रूप में विचार रखे। प्रो. जागेराम यादव ने सभी का स्वागत किया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Sep 2018 07:56 PM (IST)Updated: Sun, 02 Sep 2018 07:56 PM (IST)
मंडल व आंबेडकर को बताया गंगा जमुना की संस्कृति
मंडल व आंबेडकर को बताया गंगा जमुना की संस्कृति

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी:

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गढ़ी बोलनी रोड स्थित श्रीकृष्ण भवन में हरियाणा सामाजिक न्याय मंच की ओर से बीपी मंडल स्मृति समारोह के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि राज्यसभा टीवी के पूर्व संपादक उर्मिलेश ¨सह ने कहा कि मंडल आयोग की सिफारिशें तथा आंबेडकरवादी विचारधारा को प्रभावी ढंग से लागू करके ही पिछड़ों, दलितों तथा आदिवासियों का कल्याण संभव बताया। मंडल एवं आंबेडकर गंगा जमुना संस्कृति की तरह है। मंच अध्यक्ष प्रो. आरएस यादव की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में सामाजिक कार्यकर्ता बाबू जगजीत ¨सह, लाल बहादुर खोवाल तथा पृथ्वीराज यादव ने विचार रखे। प्रो. जागेराम यादव ने सभी का स्वागत किया।

मुख्य अतिथि ने संविधान की धारा 340 एवं पिछड़ों की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कालेलकर तथा मंडल आयोग की भूमिका के विभिन्न पक्षों को वर्तमान संदर्भ में समझाया। उन्होंने दलितों एवं पिछड़ों को हर मोर्चे पर मिलकर कार्य करने का आह्वान किया। मुख्य वक्ता बाबू जगजीत ¨सह ने आरक्षण को भीख नहीं अपितु मौलिक अधिकार बताते हुए इसे सत्ता में हिस्सेदारी की वकालत की। वक्ताओं ने सामाजिक चेतना के साथ एकजुट होकर आगे बढ़ने पर जोर दिया। वरिष्ठ अधिवक्ता लाल बहादुर खोवाल ने जहां पिछड़ों के आरक्षण को सरकार द्वारा विभिन्न अप्रासंगिक शर्ते लगाकर समाप्त करने की साजिश के प्रमाण दिए, वहीं चंडीगढ़ से आए अधिवक्ता पृथ्वी राज यादव ने प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2016 में पिछड़ों के लिए बनाये गए नए एक्ट में वार्षिक आय के स्थान पर सकल वार्षिक आय लागू करने को बौद्धिक षड़यंत्र बताया। समारोह के संयोजक एवं मंच संचालक अनिल यादव ने प्रदेश सरकार पर पिछड़ों के अधिकारों के साथ निरंतर छेड़खानी करने का आरोप लगाया। कार्यक्रम में यादव कल्याण सभा, सैनी सभा, गुर्जर सभा, स्वर्णकार सभा, कांसर सभा, प्रजापति सभा, सैन सभा से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस अवसर पर नरेश प्रधान, रवि कुमार, विनोद यादव, जगजीत, महेश यादव, संदीप यादव, कैलाश, अजय कुमार, विक्रांत यादव, कमल ¨सह, राजेश यादव, सुरेश कुमार, डॉ. रामौतार, प्रो. बलबीर ¨सह, डॉ. अभय ¨सह, मनीष, नरेश, सतीश, अर¨वद यादव, सीपी यादव, राजपाल यादव, राजेंद्र ढोकवाल, कृष्ण कुमार, पीएस यादव, राकेश राव, अनिल कुमार, बाबूलाल, कर्मबीर, युद्धबीर, र¨वद्र यादव, धर्मेंद्र, संदीप उपस्थित थे।


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