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दिन भर रहा टिड्डियों का आतंक, दौड़ते रहे किसान व अधिकारी

उपमंडल में मंगलवार को दिन भर टिड्डी दल का आतंक रहा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Jul 2020 07:05 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jul 2020 06:15 AM (IST)
दिन भर रहा टिड्डियों का आतंक, दौड़ते रहे किसान व अधिकारी
दिन भर रहा टिड्डियों का आतंक, दौड़ते रहे किसान व अधिकारी

संवाद सहयोगी, कोसली : उपमंडल में मंगलवार को दिन भर टिड्डी दल का आतंक रहा। जिला महेंद्रगढ़ से मंगलवार की सुबह टिड्डी दल ने सुबह के समय जिला की सीमा में प्रवेश किया। टिड्डियों के हमले से क्षेत्र के कई गांवों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। शाम के समय कोसली में सक्रिय दल जिला झज्जर की ओर चला गया। दिन भर किसान व प्राशासनिक अधिकारी टिड्डियों के पीछे दौड़ते रहे तथा शोर कर उड़ाने के प्रयास में जुटे रहे। खाली जमीन पर टिड्डियों ने अपने अंडे भी छोड़े है। जिला में टिड्डी दल का यह छठी बार फसलों पर हमला है। वहीं टिड्डी दल की जानकारी मिलने के बाद एसडीएम कुशल कटारिया व उप जिला प्रमुख जगफूल यादव भी गांवों में पहुंचे।

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सोमवार की शाम को यह टिड्डी दल महेंद्रगढ़ जिला में था। रात को करीब 55 प्रतिशत टिड्डियों को महेंद्रगढ़ में ही स्प्रे कर मार दिया गया था। इसके बावजूद मंगलवार की सुबह दो किलोमीटर चौड़ा व एक किलोमीटर लंबा टिड्डी दल गांव बाघोत होते हुए नया गांव बहाला में पहुंच गया। हवा का रूख बार-बार बदलने के कारण टिड्डियां नया गांव, बहाला, गढ़ी, मुमताजपुर, कोहराड व भड़ंगी में मंडराता रहा। टिड्डी दल के आने की सूचना के बाद प्रशासन के अधिकारी व किसान भी खेतों पहुंच गए। किसान दिन भर शोर मचा कर टिड्डियों को उड़ाने का प्रयास करते रहे। दोपहर में हवा का रुख बदलने के कारण यह दल जिला झज्जर के गांव धनिया, ढाणा, अंबोली व बिठला गांवों की ओर चला गया, परंतु दोपहर बाद तक छव्वा व कोसली की ओर फिर से लौट आया। इसके बाद शाम को वापस झज्जर के गांव झासुआ की ओर चला गया। फसलों को पहुंचा है भारी नुकसान गांव बहाला निवासी किसान सरदार सिंह, खयालीराम, धर्म सिंह, मांगे राम, सूरजभान, सुरेंद्र, धर्मवीर, कृष्ण, जयभगवान, उमेद सिंह, सदाराम, सूबे सिंह, महाबीर, रामेहर, दरियाव सिंह, दयाराम, लक्ष्मीनरायण, रणबीर व रामफल ने बताया कि टिड्डी दल ने फसलों को पूरी तरह ढ़क लिया। किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों को दी, परंतु सुबह काफी समय तक कोई सहायता नहीं पहुंची। किसान अपने स्तर पर बर्तनों से शोर कर टिड्डियों को भगाते रहे। सूचना के बाद प्रशासन व कृषि विभाग के अधिकारी भी पहुंचे तथा दल की लोकेशन के अनुसार पहुंचते रहे। खाली जमीन पर टिड्डियों द्वारा अंडे भी छोड़े गए है।

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इनसेट:

छठी बार हुआ है टिड्डी दल का हमला जिले में टिड्डी दल का छठी बार हमला हुआ है। सबसे पहले टिड्डी दल 26 जून को पहुंचा था तथा रात को जाटूसाना एरिया में ठहरा था। रात भर प्रशासन की ओर से स्प्रे कर लाखों की संख्या में टिड्डियों को मारा भी किया था। 27 जून को यह दल झज्जर व गुरुग्राम की ओर चला गया था। इसके बाद 31 जून को एक बार फिर टिड्डी दल बावल क्षेत्र में पहुंचा था। हालांकि इस बार फसलों को नुकसान नहीं पहुंचा पाया था। 11 जुलाई को फिर से राजस्थान की ओर से तीन टिड्डी दल रेवाड़ी पहुंच गए थे। एक टिड्डी दल ने गांव जैतड़ावास में डेरा डाला था। रात को प्रशासन की ओर से स्प्रे भी किया गया था। 12 जुलाई को कोसली में टिड्डी दल पहुंचा, जो बाद में झज्जर की ओर चला गया था। 28 जुलाई एक बार फिर कोसली में फसलों पर टिड्डी दल का हमला हुआ है।


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