74 परिवारों को लिए सीएम को पत्र लिखा
भाजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक सतीश खोला ने मुख्यमंत्री से की पात्रों को प्लॉट दिलाने की अपील
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : भाजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक सतीश खोला ने मंगलवार को मीरपुर गांव के उन लोगों से मुलाकात की, जिनको पंचायती जमीन पर बीपीएल प्लॉट मिले थे और बाद में उनके प्लॉट पर विश्वविद्यालय बना दिया गया। खोला ने इस बाबत मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी पत्र लिखा है।
मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में खोला ने बताया है कि 1985 में गांव मीरपुर के 74 गरीब परिवारों को बीपीएल कोटे के तहत पंचायती जमीन में से प्लॉट दिए गए थे। सरकार ने उनकी रजिस्ट्रियां भी करा दी थी और मौके पर कब्जा भी दे दिया था। जरूरतमंदों में से कई ने तो अपने मकान व झोपड़ियां भी इन प्लॉटों में बना लिए थे। 1992-93 में मीरपुर में रीजनल सेंटर (वर्तमान में आइजी यूनिवर्सिटी) के निर्माण के दौरान उन प्लाटों पर बिल्डिंग बना दी। इन जरूरतमंद लोगों को कहा गया कि उनको दूसरी जगह पंचायत की जमीन पर नए प्लाट दिए जायंगे। आजतक भी इन लोगों को न तो प्लॉट मिले और न ही मुआवजा मिला है। जरूरतमंदों ने सरपंच से लेकर मुख्यमंत्री तक कई बार गुहार लगाई, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नही हुई। रमेश चंद, मुकेश कुमार, शेर ¨सह, ब्रह्मदत्त, ईश्वर, राजबीर, कालूराम, संतराम , सुरेश, रामकिशन, नंदलाल, रामकिशोर आदि के पास रहने व गुजर बसर करने की कोई जगह नहीं है। खोला ने इस बाबत गांव के सरपंच अशोक कुमार से भी बातचीत की। सीएम से जरूरतमंदों को न्याय दिलाने की मांग की है।