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यूनियन नेता खिसके: कर्मचारियों को गिरफ्तार कर ले गई पुलिस

निजी बसों को परमिट देने के विरोध में रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल लगातार 13वें दिन भी जारी रही। हालांकि रविवार को रोडवेज कर्मचारियों को पुलिस की सख्ती का सामना करना पड़ा। जवाहर लाल नेहरू पार्क में धरने पर बैठे रोडवेज कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि यूनियन के बड़े पदाधिकारी पुलिस के आने की भनक मिलते ही रफूचक्कर हो गए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Oct 2018 06:51 PM (IST)Updated: Sun, 28 Oct 2018 06:51 PM (IST)
यूनियन नेता खिसके: कर्मचारियों को गिरफ्तार कर ले गई पुलिस
यूनियन नेता खिसके: कर्मचारियों को गिरफ्तार कर ले गई पुलिस

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : रोडवेज कर्मचारियों से सरकार की तमाम वार्ताएं विफल होने के बाद अब सख्ती शुरू हो गई है। रविवार को धरने पर बैठे 16 रोडवेज कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बड़ी बात यह रही कि पुलिस यहां यूनियन नेताओं की धरपकड़ के लिए आई थी लेकिन सूचना मिलते ही यूनियन नेता मौके से खिसक गए। पुलिस सभी कर्मचारियों को गिरफ्तार करके मॉडल टाउन थाने में ले गई। नेताओं पर थी निगाह, निकल गए चुपचाप

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एस्मा के बावजूद हड़ताल करना रोडवेज कर्मचारियों को 720 निजी बसों को परमिट देने के विरोध में रोडवेज कर्मचारी रविवार को लगातार 13वें दिन भी हड़ताल पर थे। रोडवेज यूनियन के कर्मचारी जवाहर लाल नेहरू पार्क में धरने पर बैठे थे। सरकार के आदेशों के बाद पुलिस की रणनीति रविवार को सुबह से ही कर्मचारियों की गिरफ्तारी के लिए बन चुकी थी। दोपहर करीब 2 बजे पुलिस टीम जवाहर लाल नेहरू पार्क के मुख्य गेट के पास पहुंची। पुलिस टीम बस को साथ लेकर आई थी जिससे स्पष्ट था कि कर्मचारियों की गिरफ्तारी तय है। पुलिस का मुख्य टॉरगेट यूनियन पदाधिकारी थे लेकिन भनक लगते ही रोडवेज कर्मचारियों की विभिन्न यूनियनों के प्रधान मौके से खिसक गए। करीब आधे घंटे बाद पुलिस टीम पार्क में घुसी। बड़ी तादाद में पुलिस कर्मचारियों को देखकर मौजूद कर्मचारियों में खलबली मच गई। कोई फोन पर बात करते हुए तो कोई शौच के बहाने से निकला

पुलिस बल के पहुंचते ही धरने पर बैठे कर्मचारियों ने खिसकना शुरू कर दिया। 100 से अधिक विभिन्न संगठनों से जुड़ी महिलाएं व पुरुष धरने पर बैठे हुए थे। कोई कर्मचारी मोबाइल पर बातचीत करते हुए तो कोई शौच के बहाने से पार्क से निकल गया। कुछ देर बाद पुलिस ने कर्मचारियों को बस में जाकर बैठने के लिए कहा तो भागदौड़ मच गई। कई कर्मचारी जहां खुद ही पार्क के बाहर खड़ी बस में सवार हो गए वहीं कईयों को पुलिस को पकड़कर बस तक लाना पड़ा। पुलिस पकड़कर तो 30 से अधिक कर्मचारियों को लेकर गई थी लेकिन बाद में केवल उन्हीं 16 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज था। 280 से ज्यादा कर्मचारियों पर दर्ज है मामला

रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए सरकार ने पहले ही एस्मा लगा दिया था। एस्मा के बावजूद हड़ताल करने पर रोडवेज महाप्रबंधक की शिकायत पर 280 से अधिक कर्मचारियों के खिलाफ एस्मा के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था। अब इस मामले में पुलिस ने गिरफ्तारी शुरू कर दी है। वहीं रोडवेज यूनियन के राज्य प्रधान बाबूलाल यादव की गिरफ्तारी शनिवार को ही हो गई थी। प्रोबेशन पीरियड व आउटसोर्स के 10 कर्मचारियों को नौकरी से पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है। इन कर्मचारियों की हुई गिरफ्तारी

पुलिस ने चालक संजय, विकास, शेर¨सह, नरेश, प्रमोद, रामकिशन, नरेंद्र, मंजीत, परिचालक सुधीर, प्रदीप, देवेंद्र, सूबे¨सह, ईश्वर व जितेंद्र को गिरफ्तार किया है।

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कर्मचारी यूनियन नेताओं ने जताया रोष:

एचएसईबी वर्कर यूनियन के राज्य प्रधान कंवर ¨सह यादव का कहना है कि रोडवेज कर्मचारी यूनियन के सदस्यों की जो गिरफ्तारी की गई है वह ¨नदनीय है। इस प्रकार गिरफ्तारी करके सरकार इस आंदोलन को दबा नहीं पाएगी। सरकार को चाहिए कि जब रोडवेज का कर्मचारी एक माह की तनख्वाह व तीन साल का बोनस देकर रोडवेज के निजीकरण को रोकना चाहता है तो उनको बुलाकर बात करे व समस्या का समाधान करे। यह आंदोलन किसी राजनीति से प्रेरित नहीं बल्कि कर्मचारियों के हितों की लड़ाई है। रोडवेज यूनियन के नेता कैलाश चंद गुर्जर, राजपाल यादव, रवि कुमार, उधम ¨सह, बीर ¨सह प्रधान, अर¨वद, नरेंद्र दखोरा आदि ने भी सरकार की इस कार्रवाई की कड़ी आलोचना की है। इनका कहना है कि इस तरह से आंदोलन दब नहीं पाएगा।

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इनसेट:

रोडवेज की तरफ से चलाई गई 131 बसें

रोडवेज की तरफ से रविवार को भी डिपो से 131 बसों का संचालन किया गया। क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण की ओर से आउटसोर्स के तहत दिए गए चालकों व परिचालकों के सहारे रोडवेज की गाड़ी अब पटरी पर लौट आई है। महाप्रबंधक बलवंत ¨सह गोदारा का कहना है कि रूटीन में इतनी ही बसें विभाग की ऑनरूट रहती थी। यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जा रही है तथा अब परिचालकों की तादाद भी पूरी होने के बाद टिकट काटने में भी कोई परेशानी नहीं है।

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हमने रोडवेज के उन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है जिनके खिलाफ शहर थाना में रोडवेज महाप्रबंधक की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया हुआ है। 16 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। अभी मामले में कई और कर्मचारी शामिल है जिनकी भी शीघ्र ही गिरफ्तारी की जाएगी।

-जगबीर ¨सह, एसएचओ सिटी थाना।


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