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सरकारी कार्यालयों में मिलेंगे कपड़े के थैले

उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा की पालीथिन फ्री की मुहिम का असर अब गांव व शहरों में ही नहीं बल्कि जिला सचिवालय में भी देखने को मिलेगा। पालीथिन मुक्त अभियान के अंतर्गत जिला रेडक्रास सोसायटी के सचिव श्याम सुंदर ने जिला उपायुक्त को कपड़े का थैला भेंट किया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Mar 2019 07:41 PM (IST)Updated: Mon, 18 Mar 2019 07:41 PM (IST)
सरकारी कार्यालयों में मिलेंगे कपड़े के थैले
सरकारी कार्यालयों में मिलेंगे कपड़े के थैले

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा की पालीथिन फ्री की मुहिम का असर अब गांव व शहरों में ही नहीं बल्कि जिला सचिवालय में भी देखने को मिलेगा। पालीथिन मुक्त अभियान के अंतर्गत जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव श्याम सुंदर ने जिला उपायुक्त को कपड़े का थैला भेंट किया। अब यह कपड़े का थैला लघु सचिवालय सहित जिले के सभी सरकारी कार्यालयों में उपलब्ध करवाया जाएगा, जिससे कि पालीथिन को ना और कपड़े के थैले को हां नारे को सार्थक कर दिखाया जा सके।

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उपायुक्त एवं रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष अशोक कुमार शर्मा ने कहा कि पालीथिन का प्रयोग व्यक्ति अपनी सुविधा के लिए कर रहा है, लेकिन इसके दुष्परिणामों की ओर ध्यान नहीं दे रहा। उन्होंने कहा कि पालीथिन में यदि कोई खाने की गरम वस्तु डाली जाती है और उस वस्तु का सेवन किया जाता है तो उससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होती है। उन्होंने कहा कि कचरे के ढेर में गाय व बेसहारा पशु पालीथिन को खा रहे है जिससे उनकी मृत्यु हो जाती है, इसलिए यह जरूरी है कि कोई भी व्यक्ति पालीथिन का प्रयोग न करें और दूसरे लोगों को भी प्रयोग न करने के लिए प्रेरित करें।

उन्होंने कहा कि युवाओं को पालीथिन मुक्त अभियान के साथ जोड़ने के लिए फ‌र्स्ट-एड ट्रेनिग करने वाले युवाओं को कपड़े के थैले भेंट कर पालीथिन का इस्तेमाल न करने का संकल्प दिलाया जाएगा। इस अभियान को ग्रामीण क्षेत्रों तक ले जाने के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को जिला जेल के बंदियों को भी स्वरोजगार देने के उद्देश्य से काम मिल सकेगा। शिक्षण संस्थानों में भी युवाओं को पालीथिन मुक्त अभियान के साथ जोड़ते हुए कपड़े का थैला इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।


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