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विज्ञान विषय में नियमित अभ्यास दिलाते हैं अच्छे अंक

विद्यार्थी जीवन में शिक्षा व परीक्षा का अपना विशेष महत्व है। मनुष्य की शैक्षणिक गतिविधियाँ निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है। जो उसके जीवन में हर समय चलती रहती है। जन्म से युवावस्थ से वृद्धावस्था तक निरन्तर चलती रहती है। इसको मापने का मापदंड परीक्षा को बनाया गया है जो समय के अलग-ंउचयअलग अवस्थाओं में देनी पडती है। कहा गया है कि परीक्षा के समय लोहा भी पिघलकर पानी बन जाता है। इसलिए विद्यार्थी जीवन में भी यह बहुत अहम स्थान रखता है। आधुनिक युग में परीक्षा में अंको को कौशल प्रदर्शन का मापदंड माना गया है। आज के आधुनिक युग में विद्यार्थी के समक्ष विभिन्न प्रकार के शैक्षणिक व आधुनिक संचार के साधन जैसे मोबाईल इंटरनेट आदि उपलब्द है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Feb 2019 09:33 PM (IST)Updated: Mon, 25 Feb 2019 09:33 PM (IST)
विज्ञान विषय में नियमित अभ्यास दिलाते हैं अच्छे अंक
विज्ञान विषय में नियमित अभ्यास दिलाते हैं अच्छे अंक

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : विज्ञान विषय को लेकर विद्यार्थियों में विशेष डर होता है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि विज्ञान से डरने की जरूरत नहीं बस इसे समझने की आवश्यकता है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा के विज्ञान की परीक्षा 25 मार्च, सीबीएसई की 13 मार्च को होगी। वहीं 12वीं कक्षा में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 12 मार्च को फिजिक्स, 27 मार्च को कैमिस्ट्री तथा 30 मार्च को बायोलॉजी की परीक्षा होगी। इसी प्रकार सीबीएसई 12वीं कक्षा में 5 मार्च को फिजिक्स, 12 को कैमिस्ट्री और 15 मार्च को बायोलॉजी की परीक्षा होगी।

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कुर्सी पर बैठकर पढ़ना चाहिए:

विद्यार्थियों को हमेशा कुर्सी पर बैठकर पढ़ाई करनी चाहिए। पढ़ने के दौरान 40 मिनट के बाद ब्रेक लेने से पढ़ाई में रुचि बनी रहेगी। सबसे पहले उन टॉपिक्स को रेखांकित करें जिनपर आत्मविश्वास मजबूत है। जिन विषय का अभ्यास करना है उन विषयों को अलग से रेखांकित करना चाहिए। सुबह उठते ही पढ़ाई का लक्ष्य निर्धारित करें कि उन्हें पहले क्या पढ़ना है। विज्ञान विषय में तकनीक व चित्र बनाकर विषय को स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है।

- राजीव शर्मा, प्रवक्ता (भौतिक विज्ञान), राष्ट्रीय स्कूल, खंडोडा।

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एनसीइआरटी की किताबें पढ़ें:

परीक्षा में पूछे जाने वाले अधिकतर प्रश्न क्रियात्मक पक्ष से होते हैं। जीव विज्ञान में विशिष्ट अंगों का सचित्र अध्ययन, रसायन शास्त्र में रासायनिक अभिक्रियाओं को लिखकर प्रयोगात्मक सोच के साथ अभ्यास करना चाहिए। भौतिक विज्ञान के लिए व्युत्पादन व चित्रों का अभ्यास करना चाहिए। सीबीएसई की दसवीं के विज्ञान विषय की परीक्षा में 12 अंकों की विषय सामग्री प्रयोगात्मक आधारित होती है।

- अनिल कुमार, प्रवक्ता, कृष्णा पब्लिक स्कूल, कोसली।


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