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किसान आंदोलन: दो दिन नहीं बनाएं दिल्ली का प्रोग्राम

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By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 07:10 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 07:10 PM (IST)
किसान आंदोलन: दो दिन नहीं बनाएं दिल्ली का प्रोग्राम
किसान आंदोलन: दो दिन नहीं बनाएं दिल्ली का प्रोग्राम

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : 26 नवंबर को किसानों के आंदोलन व कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए जिला प्रशासन ने हाईवे पर सख्ती बढ़ा दी है। दिल्ली-जयपुर हाईवे पूरी तरह से पुलिस के पहरे में हैं। ऐसा इसलिए क्योकि बहुत से किसानों को इसी हाईवे से होकर दिल्ली जाना है। पुलिस किसानों को रोकने के लिए पूरी तरह से सक्रिय है तथा आवश्यकता पड़ने पर हाईवे पर वाहनों का रूट भी बदला जा सकता है। 27 नवंबर तक इसी तरह सख्ती रहेगी। इन हालातों में सलाह यही है कि बृहस्पतिवार व शुक्रवार को अगर आपको कोई जरूरी काम नहीं है तो दिल्ली जाने का प्रोग्राम न ही बनाएं तो बेहतर होगा। वहीं, पुलिस की ओर से कई किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है, जिस पर विभिन्न संगठनों की ओर से तीखी प्रतिक्रिया भी दी गई है। किसान नेताओं को किया गया नजरबंद कृषि कानूनों के विरोध में विभिन्न किसान संगठनों की ओर से दिल्ली में 26 नवंबर को धरना दिया जाना है। देश के विभिन्न हिस्सों से किसानों को दिल्ली पहुंचना है लेकिन सरकार की ओर से पूरी सख्ती बरती जा रही है। जिले में भी किसान नेताओं को हिरासत में लेने के साथ ही नजरबंद किया जा रहा है। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष समय सिंह, किसान संघ के महासचिव रामकिशन महलावत, जिला अध्यक्ष भजनलाल आसलवास सहित करीब 20 किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है तथा कुछ को नजरबंद किया है। भारतीय किसान संघ के बावल ब्लाक अध्यक्ष महेंद्र सिंह ककरावत, सेवानिवृत्त थानेदार महेंद्र बनीपुर, बावल 84 के प्रधान पूर्व पार्षद सुमेर जेलदार, ईश्वर सिंह महलावत, सुभाष नंबरदार, नगर पार्षद चेतराम रेवाड़िया आदि ने किसान नेताओं को हिरासत में लिए जाने पर रोष जाहिर किया है। हाईवे पर सीमा को किया सील पुलिस की ओर से भी दिल्ली-जयपुर हाईवे पर सुरक्षा व्यवस्था पूरी चाक चौबंद कर दी गई है। राजस्थान से लगते जयसिंहपुर खेड़ा बार्डर व भिवाड़ी की ओर से आने वाले मार्ग पर बेरिकेड्स लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त हर आने-जाने वाले वाहन की जांच की जा रही है। दरअसल, राजस्थान व जिला के आसपास के इलाकों के किसानों को 26 नवंबर को सुबह दिल्ली-जयपुर हाईवे पर पचगांव के निकट ही एकत्रित होना है। हालांकि जिस तरह से पुलिस व प्रशासन ने कार्रवाई की है, उससे किसानों का एकत्रित होना मुश्किल लग रहा है। उपायुक्त ने जारी किए ठीकरी पहरा के आदेश किसानों, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों एवं कर्मचारी फेडरेशनों की 26 नवंबर की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के मद्देनजर प्रशासन ने शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले में 27 नवंबर तक ठीकरी पहरा लगाने के आदेश जारी कर दिए हैं। जिला प्रशासन ने शरारती व असामाजिक तत्वों द्वारा किसी भी प्रकार की गड़बड़ी फैलाकर शांति व कानून व्यवस्था को बिगाड़ने अथवा सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की संभावना को देखते हुए यह आदेश दिए हैं। जिलाधीश यशेंद्र सिंह ने पंजाब विलेज एंड स्माल टाउन पेट्रोल एक्ट के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जिले के अधिकार क्षेत्र में शहर, कस्बों व सभी गांवों में सार्वजनिक संपत्ति व आम नागरिकों की जानमाल की सुरक्षा के लिए 27 नवंबर तक स्वस्थ नागरिकों को अपने-अपने क्षेत्र में ठीकरी पहरा लगाने के आदेश दिए हैं। इन आदेशों का पालन करवाने के लिए पुलिस अधीक्षक अभिषेक जोरवाल, उपमंडल अधिकारी नागरिक रेवाड़ी रविद्र यादव, कोसली व बावल के एसडीएम, जिला नगर आयुक्त, डीडीपीओ व ग्राम पंचायतों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की है। जिलाधीश ने कहा कि आदेशों की अवहेलना करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

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