माता-पिता से मैच हुआ डीएनए, लड़की ही हुई थी पैदा
एक मोहल्ला निवासी दंपत्ति द्वारा शहर के एक निजी अस्पताल पर लगाए गए बच्चा बदलने के आरोप गलत साबित हुए है। महिला ने अस्पताल में लड़की को ही जन्म दिया था। बच्ची व अभिभावकों का डीएनए मैच हो गया है। पुलिस को बुधवार को डीएनए रिपोर्ट मिली है। पुलिस की ओर से बच्ची के अभिभावकों को भी डीएनए मैच करने की जानकारी दे दी गई है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : एक मोहल्ला निवासी दंपती द्वारा शहर के एक निजी अस्पताल पर लगाए गए बच्चा बदलने के आरोप गलत साबित हुए हैं। महिला ने अस्पताल में लड़की को ही जन्म दिया था। बच्ची व अभिभावकों का डीएनए मैच हो गया है। पुलिस को बुधवार को डीएनए रिपोर्ट मिली है। पुलिस की ओर से बच्ची के अभिभावकों को भी डीएनए मैच करने की जानकारी दे दी गई है।
कुतुबपुर निवासी एक महिला की सितंबर 2018 में शहर के एक निजी अस्पताल में डिलीवरी हुई थी। उस समय अस्पताल की ओर से महिला को लड़की होना बताया गया था। करीब एक माह बाद महिला का पति अस्पताल से बच्ची का बर्थ सर्टिफिकेट लेने के लिए पहुंचा तो उसमें महिला को लड़का होना दिखाया गया था। रिपोर्ट के आधार पर दंपती ने अस्पताल पर बच्चा बदलने का आरोप लगाया था तथा पुलिस को शिकायत दी थी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस द्वारा दंपती व बच्ची का डीएनए जांच के लिए मधुबन लैब भेजा था। बुधवार को आई रिपोर्ट के अनुसार बच्ची का डीएनए दंपती से मैच हो गया है। महिला ने अस्पताल में लड़की को ही जन्म दिया था।
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दंपती द्वारा अस्पताल पर बच्चा बदलने का आरोप लगाया था। पुलिस ने बच्ची व अभिभावकों का डीएनए जांच के लिए मधुबन लैब भेजा था, जिसमें तीनों का डीएनए मैच हो गया है। बर्थ सर्टिफिकेट में गलती से लड़का लिखा गया था। बच्ची के माता-पिता को भी रिपोर्ट की जानकारी दे दी गई है।
-बिजेंद्र कुमार, एसएचओ मॉडल टाउन थाना।