इंजीनियर ने रचाई दहेज रहित शादी
सोच बेहतर हो तो बेटियां बोझ नहीं। गांव डवाना निवासी सतबीर ¨सह नंबरदार के इंजीनियर बेटे देवेंद्र ने बड़ी सोच का परिचय देते हुए दहेज रहित शादी रचाई है। इंजीनियर की इस पहल की चर्चा आसपास के क्षेत्र में खूब है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : सोच बेहतर हो तो बेटियां बोझ नहीं। गांव डवाना निवासी सतबीर ¨सह नंबरदार के इंजीनियर बेटे देवेंद्र ने बड़ी सोच का परिचय देते हुए दहेज रहित शादी रचाई है। इंजीनियर की इस पहल की चर्चा आसपास के क्षेत्र में खूब है। पुत्रवधू को ही माना सबकुछ
गांव डवाना निवासी सतबीर ¨सह नंबरदार ने अपने बेटे देवेंद्र का रिश्ता महेंद्रगढ़ निवासी सुरेंद्र की पुत्री रितिका के साथ तय किया था। देवेंद्र वर्तमान में एक निजी कंपनी में बतौर इंजीनियर कार्यरत हैं तथा रितिका अर्थशास्त्र से स्नातकोत्तर है। रिश्ते के समय ही सतबीर ¨सह ने कह दिया था कि वह अपनी बेटे के विवाह में किसी भी तरह का दहेज नहीं लेंगे। 12 फरवरी को देवेंद्र व रितिका का विवाह संपन्न हुआ, जिसमें दहेज के रूप में वधू पक्ष से कुछ भी नहीं लिया गया। सतबीर ¨सह का कहना है कि पुत्रवधू रितिका ही उनके लिए सबकुछ है। हमारा उद्देश्य बस यही है कि बेटियों को दहेज की वजह से बोझ न समझा जाए। हमारी पहल से अगर किसी को प्रेरणा मिलती है तो यही हमारी जीत है।