कोर्ट में दूसरा गेट खुलवाने को लेकर विवाद
कोर्ट परिसर में दूसरा गेट खुलवाने को लेकर अधिवक्ताओं के दो पक्षो में गेठ खोलने को लेकर विवाद हो गया है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : कोर्ट परिसर में दूसरा गेट खुलवाने को लेकर अधिवक्ताओं के दो गुटों के बीच विवाद हो गया। एक गुट दूसरा गेट खोलने मांग कर रहा है तो दूसरा गुट एक ही गेट खोलने व जांच के बाद ही लोगों को प्रवेश देने के पक्ष में आ गया है। एक पक्ष की ओर से सोमवार से कोर्ट परिसर में धरना भी शुरू किया गया। धरना स्थल पर भी दोनों पक्षों में विवाद होने से स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। बार एसोसिएशन ने प्रधान के साथ उलझने वाले अधिवक्ताओं को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने के लिए कहा है।
कोविड-19 संक्रमण के चलते कोर्ट परिसर में एक ही गेट को खोला गया है। इसी गेट से न्यायाधीश, अधिवक्ताओं व आम लोगों के कोर्ट में जाने की अनुमति है। अंदर प्रवेश करने से पहले गेट पर ही सभी की स्क्रिनिग भी की जाती है। एक ही गेट होने के कारण लाइन भी लगानी पड़ रही है। जिला बार एसोसिएशन के प्रधान सुधीर यादव ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश से अधिवक्ताओं के प्रवेश के लिए दूसरा गेट खोलने की मांग की थी, जिसे जिला एवं सत्र न्यायाधीश डीके मित्तल द्वारा खारिज कर दिया गया था। दूसरा गेट खुलवाने को लेकर प्रधान व अन्य अधिवक्ताओं ने सोमवार से धरना शुरू किया था। धरना शुरू होने के बाद दूसरा पक्ष एक ही गेट खोले रखने के पक्ष में आ गया। दूसरे गुट ने धरना स्थल पर पहुंच कर अपना विरोध भी जताया तथा प्रधान से भी उलझ गए थे, जिस कारण स्थिति कुछ समय के लिए तनावपूर्ण हो गई। दूसरे पक्ष ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश डीके मित्तल से एक ही गेट खुला रखने की सराहना करते हुए इसे जारी रखने की मांग की है। इसके बाद जिला बार रूम में अधिवक्ताओं की बैठक भी हुई। बैठक में निर्णय के बाद प्रधान से उलझने व विरोध जताने वाले वाले अधिवक्ताओं को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। सभी अधिवक्ताओं ने इस पूरे विवाद को बैठक कर आपसी सहमति से भी सुलझाने का निर्णय लिया है।