रंग लाए डॉक्टर्स फॉर सोसायटी के प्रयास
चिकित्सक बनने के इच्छुक रहे बहुत से युवाओं को मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिलने पर युवाओं को बधाई देने का सिलसिला आरंभ हो गया है। सरकार द्वारा सीटें बढ़ाने और फिर से काउंसि¨लग में सफल होने के बाद बहुत से युवाओं का विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में दाखिला हो गया है। डॉक्टर्स फॉर सोसायटी के प्रयास रंग लाया: रेवाड़ी की डॉक्टर फॉर सोसायटी की ओर से बाल भवन में दिए जा रहे निश्शुल्क को¨चग प्राप्त करने वाले गांव कुमरोधा निवासी भूपेंद्र पुत्र करतार ¨सह का नूहं स्थित मेडिकल कॉलेज में दाखिला हो गया। भूपेंद्र के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर होने के बावजूद उनका डॉक्टर बनने का सपना इस को¨चग के माध्यम से पूरा हो गया। इस सोसायटी की स्थापना करने डॉ. घनश्याम मित्तल एवं डॉ. सीमा मित्तल का कहना है कि बहुत कम समय में सफलता मिलने की उम्मीद नहीं थी। समाज के प्रति सभी का कर्तव्य बनता है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : डॉक्टर फॉर सोसायटी की ओर से बाल भवन में दी जा रही नि:शुल्क को¨चग प्राप्त करने वाले गांव कुमरोधा निवासी भूपेंद्र पुत्र करतार ¨सह का नूंह स्थित मेडिकल कॉलेज में दाखिला हो गया। भूपेंद्र के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर होने के बावजूद उनका डॉक्टर बनने का सपना इस को¨चग के माध्यम से पूरा हो गया। डॉ. घनश्याम मित्तल एवं डॉ. सीमा मित्तल का कहना है कि बहुत कम समय में सफलता मिलने की उम्मीद नहीं थी। समाज के प्रति सभी का कर्तव्य बनता है और उसी कर्तव्य को यह सोसायटी निभा रही है।
इस सोसायटी में डॉ. नरेंद ¨सह यादव, डॉ. ऊषा सचदेवा, डॉ. कंवर ¨सह, डॉ. राजेश गोयल, डॉ. पीसी ¨सगला, डॉ. आशीष ¨सगला, डॉ. रवि यादव, डॉ. हरपाल, डॉ. दीपक, शोभना सहित अन्य चिकित्सक व शिक्षक अपनी विशेष भूमिका निभा रहे हैं। डॉ. मित्तल ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों के लिए मेडिकल की तैयारी कराने के लिए सोसायटी के माध्यम से निश्शुल्क को¨चग दी जा रही है। फीस एवं पाठ्य सामग्री नहीं के बराबर है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि भूपेंद्र की तरह आने वाले दिनों में अनेक छात्र इन कक्षाओं से पढ़कर समाज में उदाहरण एवं एक दूसरे की प्रेरणा बनेंगे।