आचार संहिता ने रोका किसानों का भुगतान
चुनाव आचार संहिता लगने से काफी संख्या में किसानों की फसल बिक्री की राशि अटकी हुई है। 23 मई के बाद इन किसानों को अपना बकाया रुपया मिलने की संभावना है। ऐसे किसान जिन्होंने मेरी फसल मेरा बीमा योजना के तहत पंजीकरण कराया था और सरकारी रेट में बेची थी उनमें से कुछ किसानों की राशि अटकी हुई है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : चुनाव आचार संहिता लगने से किसानों की फसल बिक्री की राशि अटक गई है। इन किसानों को 23 मई के बाद अपना बकाया रुपया मिलने की संभावना है। ऐसे किसान जिन्होंने मेरी फसल मेरा बीमा योजना के तहत पंजीकरण कराया था और सरकारी रेट में बेची थी उनमें से कुछ किसानों की राशि अटकी हुई है। राशि बैंक खाते में नहीं आने के कारण किसान कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं।
गांव बिहारीपुर निवासी होशियार सिंह ने सरसों बिक्री का दाम नहीं मिलने की सीएम विडो पर 13 मई को शिकायत भी दी है। किसान ने बताया कि उसने सरसों फसल की बिक्री के लिए जनवरी माह में पंजीकरण कराया था। 14 अप्रैल को कोसली अनाज मंडी में बिक्री की थी। करीब एक माह का समय बीतने को है लेकिन उन्हें आज तक फसल का पैसा नहीं मिला है। उनके बाद जिन किसानों ने सरसों की बिक्री की थी उनके पैसे खाते में आ चुके हैं।
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अधिकांश किसानों का भुगतान हो चुका है। बैंक खाता नंबर या कोई तकनीकी समस्या से भुगतान रुक गया होगा। अभी पोर्टल नहीं चल रहा है। चुनाव आचार संहिता समाप्त होते ही पोर्टल अपडेट होने के बाद स्थिति स्पष्ट की जा सकेगी। कुछ किसानों का बैंक खाता नंबर गलत होने से भी राशि अटकी है। इसके अलावा जिन किसानों ने बाद में पंजीकरण कराया था उनकी भी राशि रुकी होगी। आचार संहिता समाप्त होने पर राशि खाते में आ जाएगी।
- नरेंद्र सिंह, सचिव, मार्केट कमेटी, रेवाड़ी।