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मोबाइल टावर लगाने का झांसा देकर 3 लाख की ठगी

जिला के गांव आराम नगर निवासी एक व्यक्ति को खेत में मोबाइल टावर लगाने का झांसा देकर शातिर ठगों ने करीब तीन लाख रुपये ठग लिए। लेकिन न तो उनके खेत में मोबाइल टावर लगा और न ही उनके द्वारा जमा कराई गई राशि वापस मिली।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Dec 2019 05:18 PM (IST)Updated: Wed, 25 Dec 2019 05:18 PM (IST)
मोबाइल टावर लगाने का झांसा देकर 3 लाख की ठगी
मोबाइल टावर लगाने का झांसा देकर 3 लाख की ठगी

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: जिला के गांव आराम नगर निवासी एक व्यक्ति को खेत में मोबाइल टावर लगाने का झांसा देकर शातिर ठगों ने करीब तीन लाख रुपये ठग लिए। लेकिन न तो उनके खेत में मोबाइल टावर लगा और न ही उनके द्वारा जमा कराई गई राशि वापस मिली। आरोपित अभी भी कॉल कर खाते में 45 हजार रुपये जमा कराने के बाद मोबाइल टावर लगाने का झांसा दे रहे हैं। पीड़ित ने मंगलवार को रामपुरा थाना पुलिस को मामले की शिकायत दी है।

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पुलिस को दी शिकायत में गांव आराम नगर निवासी रामेश्वर दयाल ने कहा है कि वह चंडीगढ़ सचिवालय से हैड क्लर्क के पद से सेवानिवृत्त हैं। 9 मार्च 2018 को उनके पास रोहित शर्मा नाम के व्यक्ति का फोन आया था। रोहित शर्मा ने बताया कि 16 हजार 575 रुपये जमा कराने के एक सप्ताह में बेंगलुरु स्थित एक टावर कंपनी का उनके खेत में मोबाइल टावर लगा दिया जाएगा। जो पेमेंट वह जमा करेंगे वह मोबाइल टावर लगने के बाद वापस मिल जाएगी। इसके अतिरिक्त उनके खाते में 90 लाख रुपये एडवांस व 45 हजार रुपये हर माह किराया भी दिया जाएगा। आरोपितों ने परिवार के एक सदस्य को नौकरी लगाने का भी झांसा दिया।

अलग-अलग खाते में जमा कराए पैसे: आरोपित नें उनसे जीएसटी, एग्रीमेंट, एनओसी, साइट प्लान, सिक्योरिटी, स्टांप पेपर, एग्रीमेंट, वाहन किराया व गजट नोटिफिकेशन का झांसा देकर अलग-अलग बैंक खातों में पैसे जमा कराते रहे तथा तीन लाख सात हजार 150 रुपये जमा करा लिए। आरोपितों द्वारा रिहाना, भीखूराम कौशिक, तेजपाल, बिमल सरकार, मोहन कुमार, धर्मबीर पासवान नाम के बैंक खातों में पैसे जमा कराए गए थे। आरोपितों ने ई-मेल के जरिए टावर लगाने से संबंधित कुछ कागजात भी भेजे, जिस कारण उन्हें आरोपितों पर विश्वास हो गया। तीन लाख रुपये जमा कराने के बाद भी उनके खेत में टावर नहीं लगा। उन्होंने एक अगस्त को अखबार में कंपनी का विज्ञापन देख कर मोबाइल नंबर पर चंद्रप्रकाश नाम के व्यक्ति से बात की। चंद्रप्रकाश ने खुद को कंपनी का मालिक बताया तथा 45 हजार रुपये और जमा कराने के लिए कहा। आरोपित अभी भी उनसे पैसे जमा कराने के लिए फोन कर रहे है। रामेश्वर दयाल ने मंगलवार को पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


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