बंद पड़े बोरवैल में होगा बरसाती पानी का संचय
जिले में जो बोरवैल बंद पड़े हैं उनका प्रयोग बरसाती पानी का संचय करने में किया जाएगा। इसके अलावा सूखे जोहड़ों व तालाबों की जियो टैगिग का कार्य भी जल्द किया जाएगा। इस संबंध में अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप दहिया ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : जिले में जो बोरवैल बंद पड़े हैं, उनका प्रयोग बरसाती पानी का संचय करने में किया जाएगा। इसके अलावा सूखे जोहड़ों व तालाबों की जियो टैगिग का कार्य भी जल्द किया जाएगा। इस संबंध में अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप दहिया ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। अतिरिक्त उपायुक्त जिले में चलाए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
बैठक में ग्राम सचिवों को जिन गांवों में ग्राम सचिवालय बनाए जा चुके हैं उन ग्राम सचिवालयों में सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाने तथा गांवों में बनाए गए विकास पट्ट पर गांव में करवाए गए कार्यों का विवरण अंकित करवाने के निर्देश दिए। जिले में चल रही विभिन्न योजनाओं एचआरडीएफ पैवमेंट आफ स्ट्रीट स्कीम, स्पेशल डवलपमेंट वर्क्स स्कीम, तीसरा वित्त आयोग, निर्मल बस्ती योजना, सरचार्ज आन वैट स्कीम की विस्तृत समीक्षा की। जिन गावों में गौरव पट्ट का निर्माण नहीं हुआ है उनका निर्माण शीघ्र करवाने तथा जिन गांवों की गौरव गाथा के प्रस्ताव बकाया है कि वे प्रस्ताव दो दिन के अंदर-अंदर भिजवाने के निर्देश दिए।
स्वच्छ भारत अभियान की समीक्षा करते हुए एडीसी ने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों, कनिष्ठ अभियंताओं व ग्राम सचिवों को सामुदायिक शौचालयों व कंपोजिट पिट का निर्माण कार्य 25 जुलाई तक पूर्ण करवाकर रिपोर्ट भिजवाने को कहा। बैठक में जिला विकास एंव पंचायत अधिकारी डॉ. एसी कौशिक ने बताया कि सरकार द्वारा जिले में 108 ग्राम सचिवालय बनाने का लक्ष्य दिया गया है जिसमें से 83 ग्राम सचिवालय बनाए जा चुके हैं। 25 ग्राम सचिवालय बनाए जाने हैं। बैठक में जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी, रेवाड़ी, जाटूसाना व नाहड़ खंड के विकास एवं पंचायत अधिकारी, उपमंडल अधिकारी पंचायतीराज तथा ग्राम सचिव मौजूद रहे।