दूसरी पारी के लिए खास रणनीति में जुटी भाजपा
महेश कुमार वैद्य, रेवाड़ी: विकास कार्यों के मामले में भाजपा भले ही हर जिले में 'सबका साथ सबका विकास' का नारा बुलंद कर रही है, लेकिन लोकसभा व विधानसभा के लिए पार्टी क्षेत्र विशेष की अलग-अलग रणनीति तैयार करने जा रही है। दक्षिण हरियाणा के कुछ जिलों के लिए जहां जीटी रोड व अहीरवाल बेल्ट जैसा प्रदर्शन दोहराने की रणनीति पर मंथन हो रहा है वहीं जाटलैंड के लिए अलग से ऐसी कार्ययोजना बनाई जा रही है, जो पार्टी की स्वीकार्यता बढ़ा सके।
महेश कुमार वैद्य, रेवाड़ी
विकास कार्यों के मामले में भाजपा भले ही हर जिले में 'सबका साथ सबका विकास' का नारा बुलंद कर रही है, लेकिन लोकसभा व विधानसभा के लिए पार्टी क्षेत्र विशेष की अलग-अलग रणनीति तैयार करने जा रही है। दक्षिण हरियाणा के कुछ जिलों के लिए जहां जीटी रोड व अहीरवाल बेल्ट जैसा प्रदर्शन दोहराने की रणनीति पर मंथन हो रहा है, वहीं जाटलैंड के लिए अलग से ऐसी कार्ययोजना बनाई जा रही है, जो पार्टी की स्वीकार्यता बढ़ा सके।
जिस तरह भाजपा ने रोहतक नगर निगम में कुल 22 उम्मीदवारों में से एक भी जाट उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया, उसी तरह से पार्टी रोहतक लोस सीट पर किसी गैर जाट को मैदान में उतारकर सबको चौंका सकती है, लेकिन जाटों को उपेक्षित भी नहीं किया जाएगा।
वर्ष 2014 में पहली बार अकेले सत्ता में आई भाजपा को सबसे अधिक कामयाबी जीटी रोड व अहीरवाल बेल्ट में मिली थी। जीटी रोड पर स्थित पंचकुला, करनाल, अंबाला व यमुनानगर जिले में दूसरी किसी पार्टी का खाता भी नहीं खुल पाया था। पानीपत व कुरुक्षेत्र जिले में भी एक-एक सीट को छोड़कर शेष सभी सीटें भाजपा की झोली में गई थी। अहीरवाल के तीन जिलों रेवाड़ी, गुरुग्राम व महेंद्रगढ़ की सभी 11 विधानसभा सीटें भी भाजपा ने जीती थी। मेवात से भाजपा को न पहले उम्मीद थी न इस बार है, लेकिन पिछली बार फरीदाबाद व पलवल जिलों में भाजपा का प्रदर्शन उम्मीद से कमजोर रहा था। इस बार पार्टी की रणनीति इन दोनों जिलों में अहीरवाल बेल्ट जैसी उपलब्धि हासिल करने की है। पार्टी रणनीतिकार फरीदाबाद व पलवल में पिछली बार की कमजोरियों को दूर करने में जुट गए हैं।
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व्यक्तिवादी राजनीति से रहेगी दूरी
विशेष यह है कि कमल एक्सप्रेस दौड़ाने के लिए भाजपा दक्षिण हरियाणा में इस बार व्यक्तिवादी राजनीति से किनारा करेगी। पार्टी का पूरा जोर चुनाव प्रबंधन पर रहेगा। निगम चुनावों में जिस तरह से प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी व अन्य प्रमुख पार्टी पदाधिकारियों ने वरिष्ठ नेताओं के निर्देशानुसार रणनीतिक कौशल के बल पर मैदान फतह करने में सफलता हासिल की, अब उसी तरह बेहतर प्रबंधन के बल पर पार्टी को दमदार प्रदर्शन की उम्मीद है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने शनिवार को भी चुनावी रणनीति के दृष्टिगत मंथन किया है और रविवार को भी वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक होगी।
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रणनीतियां हर पार्टी बनाती है। हम भी इस दिशा में काम कर रहे हैं, लेकिन हमारी रणनीति किसी जाति की उपेक्षा व किसी जाति को बढ़ावा देने की नहीं रहेगी। जातिवाद का कार्ड कांग्रेस खेलती रही है। हम छत्तीस बिरादरी को साथ लेकर चलेंगे।
-संदीप जोशी, प्रदेश महामंत्री