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कर्ज उतारने के लिए मांगी थी भाजपा उपाध्यक्ष से रंगदारी

-भाजपा के जिला उपाध्यक्ष रामदत्त भारद्वाज के घर चिट्ठी भेजकर मांगी गई थी 12 लाख की रंगदारी जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: भाजपा के जिला उपाध्यक्ष व टपना दीपालपुर गांव के रहने वाले रामदत्त भारद्वाज के घर चिट्ठी भेजकर 12 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में बड़ा रहस्योद्घाटन हुआ है। जिला उपाध्यक्ष से उन्हीं के गांव के रहने वाले लैब असिस्टेंट ने रंगदारी मांगी थी। रेवाड़ी सीआईए व रोहड़ाई थाना पुलिस ने मास्टर माइंड लैब असिस्टेंट सीताराम को काबू कर लिया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Nov 2018 03:48 PM (IST)Updated: Sat, 03 Nov 2018 03:48 PM (IST)
कर्ज उतारने के लिए मांगी थी भाजपा उपाध्यक्ष से रंगदारी
कर्ज उतारने के लिए मांगी थी भाजपा उपाध्यक्ष से रंगदारी

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी:

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भाजपा के जिला उपाध्यक्ष व टपना दीपालपुर गांव के रहने वाले रामदत्त भारद्वाज के घर चिट्ठी भेजकर 12 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में बड़ा रहस्योद्घाटन हुआ है। जिला उपाध्यक्ष से उन्हीं के गांव के रहने वाले लैब असिस्टेंट ने रंगदारी मांगी थी। रेवाड़ी सीआईए व रोहड़ाई थाना पुलिस ने मास्टर माइंड लैब असिस्टेंट सीताराम को काबू कर लिया है। चिट्ठी में खुद के लिए ही लिखी थी लैब असिस्टेंट ने गालियां

जिला उपाध्यक्ष रामदत्त भारद्वाज को 31 अक्टूबर की रात घर में ही एक चिट्ठी मिली थी। चिट्ठी लिखने वाले व्यक्ति ने 12 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी और रंगदारी नहीं देने पर उसे व उसके बेटे को जान से मारने की धमकी दी थी। उसी रात रोहड़ाई थाना पुलिस ने रामदत्त भारद्वाज की शिकायत पर केस दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी थी। डीएसपी सतपाल यादव ने शनिवार को इस मामले का पूरा सच सामने रखते हुए पत्रकारों को बताया कि शिकायत मिलते ही आरोपित को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर दी गई थी। रामदत्त भारद्वाज को जो चिट्ठी भेजी गई थी उसमें लिखा गया था कि गांव का ही रहने वाला सीताराम तेरा पालतू कुत्ता है। उसके बैग में 12 लाख रुपये रख देना। इससे पहले 20 अक्टूबर को भी चिट्ठी भेजी गई थी लेकिन शायद वह तेरे हाथ नहीं लगी इसलिए दूसरी चिट्ठी भेज रहा हूं। अगर अब भी 1 नवंबर तक 12 लाख रुपये नहीं दिए तो तुझे और तेरे बेटे को जान से मार दिया जाएगा। डीएसपी सतपाल यादव ने बताया कि चिट्ठी में सीताराम का नाम सामने आने के बाद वह टॉरगेट पर आ गया था। सीताराम गुरुग्राम में एक लैब में बतौर असिस्टेंट कार्यरत था। 1नवंबर तक जब कोई पैसे लेने नहीं आया तो पुलिस ने सीताराम को पकड़कर पूछताछ की और उसने पूरी सच्चाई बता दी। गुरुग्राम रेलवे स्टेशन पर बैठकर लिखी चिट्ठी

सीताराम गांव से रोजाना गुरुग्राम सेक्टर-14 में लैब पर नौकरी करने के लिए जाता था। उसने रंगदारी की चिट्ठी भी गुरुग्राम रेलवे स्टेशन पर बैठ कर लिखी थी। उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि रंगदारी उसने कर्ज के नीचे दबे होने के कारण मांगी थी। उसके सिर पर काफी कर्जा है। कर्जा उतर नहीं पा रहा था और उसने रामदत्त भारद्वाज से 12 लाख रुपए की रंगदारी मांग ली। आरोपित लैब संचालक को कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लिया गया है।


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