एक नवंबर को बंद का आह्वान
क्षेत्र के एक गांव से गायब नाबालिग लड़की की बरामदगी न होने से ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा है। जनस्वास्थ्य राज्यमंत्री डा. बनवारीलाल के आवास के सामने जारी धरने पर बुधवार को आयोजित महापंचायत में दलित सेना ने आगामी एक नवंबर को रेवाड़ी बंद कर आह्वान किया। बावल-
संवाद सहयोगी, बावल : क्षेत्र के एक गांव से लापता नाबालिग लड़की की बरामदगी न होने से ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा है। जनस्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. बनवारीलाल के आवास के सामने जारी धरने पर बुधवार को आयोजित महापंचायत में दलित सेना ने एक नवंबर को रेवाड़ी बंद कर आह्वान किया। बावल-84 द्वारा अगली महापंचायत लापता नाबालिग छात्रा के गांव में ही आयोजित करने का निर्णय लिया गया। दूसरी ओर बावल नगर पालिका के वाईस चेयरमैन व पार्षदों ने भी अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है। नाबालिग का सुराग देने पर पुलिस द्वारा एक लाख रुपये के ईनाम की घोषणा भी की जा चुकी है।
पंचायत में वक्ताओं ने स्टेट क्राइम ब्रांच की जांच पर असंतोष जताते हुए कहा कि पुलिस अभी तक इस मामले में केवल लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। स्टेट क्राइम ब्रांच की मदद के लिए गठित छह सदस्यीय कमेटी भी जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है। नाबालिग जब तब बरामद नहीं हो जाती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आगामी एक नवंबर को दलित सेना के आह्वान पर रेवाड़ी बंद किया जाएगा। वक्ताओं ने नाबालिग के गांव के लोगों को भी पुलिस जांच में सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि 25 अक्टूबर को बावल-84 की 51 सदस्यीय कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल नाबालिग के गांव भी जाएगा तथा ग्रामीणों से चर्चा करने के बाद वहीं पर महापंचायत करने की तिथि निर्धारित की जाएगी।
वक्ताओं ने कहा कि एसपी राहुल शर्मा ने 16 अक्टूबर को आयोजित महापंचायत में एक सप्ताह में सकारात्मक परिणाम का आश्वासन दिया था लेकिन अब वे भी इस मामले में अपना जवाब नहीं दे रहे हैं। दक्षिण रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक या फिर पुलिस अधीक्षक को पंचायत में आकर अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए। दूसरी ओर जनस्वास्थ्य मंत्री डा. बनवारीलाल के आवास के सामने डीएसपी सतपाल यादव की अगुवाई में पुलिस बल भी तैनात रहा।
इस अवसर पर जिला प्रमुख मंजूबाला, इनेलो नेता श्याम सुंदर सभरवाल, नीलम भगवाड़िया, रामकिशन महलावत, राम¨सह नंबरदार, शेर¨सह हरचंदपुर, अर्जुन चौकन, चौधरी माड़ाराम, महावीर चौपड़ा, रामपत मोहनपुर, ईश्वर ¨सह महलावत, जवाहर व हीरा ¨सह चौहान सहित अन्य गांवों व संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।