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अतिक्रमण पर चला हथौड़ा, प्रशासन से भिड़े कैप्टन

लंबे समय बाद बुधवार को अतिक्रमण हटाने के लिए खड़े हुए उपमंडल व नगर पालिका प्रशासन के सामने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री कैप्टन अजय ¨सह यादव अड़ गए। हालांकि कैप्टन यादव के आने से पूर्व लगभग दो सौ दुकानों के सामने लगे टिन शेड जेसीबी की मदद से धराशाही कर दिए गए, लेकिन बाद में विवाद बढ़ने पर अतिक्रमण हटाने की मुहिम दो दिन के लिए स्थगित कर दी। एक बार विवाद इतना बढ़ गया था कि कैप्टन खुद टिन शेड के मलबे के नीचे आने से बाल-बाल बचे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Jan 2019 08:33 PM (IST)Updated: Wed, 02 Jan 2019 08:33 PM (IST)
अतिक्रमण पर चला हथौड़ा, प्रशासन से भिड़े कैप्टन
अतिक्रमण पर चला हथौड़ा, प्रशासन से भिड़े कैप्टन

जागरण संवाददाता, बावल : लंबे समय बाद बुधवार को अतिक्रमण हटाने के लिए खड़े हुए उपमंडल व नगर पालिका प्रशासन के सामने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री कैप्टन अजय ¨सह यादव अड़ गए। हालांकि कैप्टन यादव के आने से पूर्व लगभग दो सौ दुकानों के सामने लगे टिन शेड जेसीबी की मदद से धराशाही कर दिए गए, लेकिन बाद में विवाद बढ़ने पर अतिक्रमण हटाने की मुहिम दो दिन के लिए स्थगित कर दी। एक बार विवाद इतना बढ़ गया था कि कैप्टन खुद टिन शेड के मलबे के नीचे आने से बाल-बाल बचे। समय रहते उनके सुरक्षाकर्मी उन्हें दूर नहीं धकेलते तो कुछ भी हो सकता था।

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कैप्टन की सबसे अधिक नोंक-झोंक नगर पालिका सचिव कर्मबीर यादव से हुई। उपमंडल अधिकारी (नागरिक) विनेश कुमार ने मामले को शांत किया। एसडीएम कैप्टन को अपनी कार में बिठाकर घटनास्थल से दूर सरकारी विश्राम गृह में ले गए और लोगों की भीड़ को शांत किया। कैप्टन व अन्य लोगों की दो दिन का समय देने की मांग मानकर विवाद का पटाक्षेप कर दिया।

घटनाक्रम के अनुसार एसडीएम विनेश कुमार के मार्गदर्शन में नगर पालिका के सचिव कर्मबीर यादव थाना प्रभारी नरेंद्र ¨सह व अन्य कर्मचारी दोपहर में अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंचे। सबसे पहले भगतराम चौक से छोटूराम चौक तक, इसके बाद सर छोटूराम चौक से अंबेडकर चौक तक लगभग 200 दुकानों के सामने से फुटपाथ पर लगे टिन शेड हटाए। इस दौरान तहसीलदार मनीष कुमार यादव बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात थे। जैसे ही अतिक्रमण हटाओ टीम अंबेडकर चौक से आगे बढ़ी, उसी दौरान पूर्व मंत्री कैप्टन यादव का काफिला वहां पहुंच गया। कैप्टन विभिन्न गांवों में जनसंपर्क के बाद इस रास्ते से लौट रहे थे। तोड़फोड़ देखकर कैप्टन रुक गए। लोगों ने उनसे दो दिन का समय दिलाने की मांग की। कैप्टन ने जब अधिकारियों से दो दिन का समय देने का अनुरोध किया तो अधिकारियों ने उनकी बात अनसुनी कर दी। इस पर वह बीच सड़क धरने पर बैठ गए। प्रशासन ने जैसे ही जेसीबी आगे बढ़ाई, वैसे ही कैप्टन दौड़कर जेसीबी के आगे आकर खड़े हो गए। कैप्टन को अड़ा देखकर उनके ऐन निकट पहुंचकर जेसीबी को रोक दिया गया और एसडीएम कैप्टन को लेकर विश्राम गृह पहुंच गए। इस बीच कैप्टन गुस्से में यह कहते रहे कि छह महीने की बात है। हमारी सरकार आएगी और इस तरह की तानाशाही को दूर करेगी। इस बीच कैप्टन पर सरकारी काम में बाधा डालने की शिकायत दर्ज करने की बातें भी हवा में तैरती रही, लेकिन कैप्टन के अनुसार ऐसा कुछ नहीं हुआ।

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जनता जनार्दन की आवाज

अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू होने से दुकानदार भले ही परेशान थे और यह कह रहे थे कि केवल धूप व बारिश से बचने के लिए उन्होंने टिन शेड डाली हुई है, लेकिन आम लोग इससे खुश थे। कई दिनों बाद बाजार खुला नजर आ रहा था और जनता जनार्दन के बीच से यह आवाज आ रही थी कि कई दिन बाद फुटपाथ खाली दिखने लगा है।

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मैं अतिक्रमण के पक्ष में नहीं हूं, लेकिन जब लोग दो दिन का समय मांग रहे थे तो अधिकारियों को इतना समय देना चाहिए था। मैं अतिक्रमणकारियों के समर्थन में वहां नहीं गया था बल्कि दौरे करके लौट रहा था। अब सब चीजें ठीक हो गई। प्रशासन ने उनकी बात मान ली है।

-कैप्टन अजय ¨सह यादव

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हमने शालीनता से पूर्वमंत्री कैप्टन यादव के समक्ष पूरी स्थिति स्पष्ट कर दी थी। अतिक्रमण करने वालों को नोटिस दिए हुए थे। फिर भी अगर यह सवाल खड़ा हुआ है तो हम दोबारा दो दिन का समय देते हुए नोटिस दे देंगे। अतिक्रमण तो बड़ी समस्या है। इसे हटाना ही होगा। कैप्टन यादव को विश्रामगृह तक लेकर गए थे और उन्हें पूरी स्थिति से अवगत करवा दिया था। -विनेश कुमार, उपमंडल अधिकारी

बावल


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