एक पत्र खोल रहा है बिजली निगम के सिस्टम की पोल
अगर एक सरकारी संस्थान के लिए बिजली कनेक्शन लेना इतना दुर्लभ हो रहा है तो आप कल्पना कर सकते हैं कि घरेलू एवं दूसरे कनेक्शन के लिए आम लोगों को कितनी परेशानी होती होगी..। यह बात हम नहीं कह रहे हैं। यह बात यहां के हुसैनपुर स्थित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) की ¨प्रसिपल द्वारा बिजली वितरण निगम के खिलाफ उपायुक्त को भेजे शिकायत पत्र में लिखी गई है। यह पत्र निगम के लचर सिस्टम की पोल खोल रहा है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : एक सरकारी संस्थान के लिए बिजली कनेक्शन लेना इतना दुर्लभ हो रहा है तो आप कल्पना कर सकते हैं कि घरेलू एवं दूसरे कनेक्शन के लिए आम लोगों को कितनी परेशानी होती होगी..। यह बात हम नहीं कह रहे हैं। यह बात हुसैनपुर स्थित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) की ¨प्रसिपल द्वारा बिजली वितरण निगम के खिलाफ उपायुक्त को भेजे शिकायत पत्र में लिखी गई है। यह पत्र निगम के लचर सिस्टम की पोल खोल रहा है।
उपायुक्त को लिखे पत्र में डिस्ट्रिक्ट इंस्टीट्यूट आफ एजुकेशन एंड ट्रे¨नग की ¨प्रसिपल संगीता यादव ने उस बैठक का भी जिक्र किया है, जिसमें उपायुक्त की मौजूदगी में बिजली वितरण निगम के अधीक्षक अभियंता ने शीघ्र कनेक्शन जारी करने का आश्वासन दिया था। पत्र में 31 हजार रुपये सुरक्षा निधी जमा कराने व डिमांड नोटिस के बाद राशि जमा कराने की बात भी लिखी गई है। इसके बाद भी डाइट के छात्रावास के लिए कनेक्शन नहीं दिया जाने से डाइट का स्टाफ व्यथित है। हालांकि डाइट की ¨प्रसिपल जागरण से बातचीत में खुलकर कुछ अधिक नहीं बोल रही है, लेकिन इतना अवश्य स्वीकार कर रही है कि हास्टल का कनेक्शन न होने से उन्हें हर माह डाइट के खाते से 25 से 30 हजार रुपये का भुगतान करना पड़ रहा है, जबकि हास्टल के लिए अलग से बजट उपलब्ध है।
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यह बात सही है कि हमें छात्रावास का कनेक्शन नहीं मिला है। जल्दी कनेक्शन के लिए हमने उपायुक्त के पास अनुरोध पत्र अवश्य भेजा है। कनेक्शन में किस स्तर पर देरी हो रही है यह बिजली निगम के अधिकारी ही बेहतर बता सकते हैं।
-संगीता यादव, ¨प्रसिपल, डाइट
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मेरे विचार से छात्रावास को अब तक कनेक्शन मिल जाना चाहिए था। मेरी जानकारी के अनुसार कोई कनेक्शन लंबित ही नहीं है। अगर नहीं मिला है तो एक-दो दिन में कनेक्शन कर दिया जाएगा।
-मुकेश गुप्ता, अधीक्षक अभियंता
बिजली वितरण निगम