कैथल में हाइ वोल्टेज तार से छूते ही जलकर राख हो गया युवक, लोगों में आक्रोश
दुकानदार को भी करंट का झटका लगा है। जिसे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। दुर्घटना के बाद भी बिजली निगम से कोई भी कर्मचारी और अधिकारी नहीं पहुंचा
कैथल, जेएनएन। हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर स्थित जनकपुरी कालोनी में दुकानों के नजदीक से गुजर रहे 11 हजार हाई वोल्टेज तार के चपेट में आने से युवक की मौत हो गई, जबकि दुकानदार को भी करंट का झटका लगा है। उसे इलाज के लिए सिविल अस्पताल कैथल दाखिल करवाया गया है। दुर्घटना के बाद भी बिजली निगम से कोई भी अधिकारी और कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। सिविल लाइन थाना पुलिस कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर चलती बिजली की लाइन से झुलसे युवक को उतारा। इसके बाद शव को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जानकारी मिलने पर स्वजन भी मौके पर पहुंचे। हादसे को लेकर कालोनी वासियों में बिजली निगम के प्रति गुस्सा दिखाई दिया। लोगों का कहना है कि दुकानों और मकानों के नजदीक से गुजर रहे नंगे तारों को लेकर मामला उठाया जा चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसी लापरवाही के चलते इस तरह के हादसे आए दिन हो रहे हैं।
तीन दिन पहले ही काम सीखने के लिए दुकान पर लगा था युवक
मूंदड़ी गांव निवासी सुखङ्क्षवद्र ने बताया कि वे तीन भाइयों में लखङ्क्षवद्र सबसे बड़ा और अमन उससे छोटा था। अमन कुमार अविवाहित था, जो आइटीआइ की पढ़ाई करने के बाद घर पर था। तीन दिन पहले ही वे सुभाष नगर निवासी संजीव की दुकान पर सैलून का काम सीखनेके लिए आया था। संजीव की पहले अमरगढ़ गामड़ी गली नंबर आठ में दुकान थी। एक माह पहले ही यहां जनकपुरी कालोनी में शिफ्ट की थी। मंगलवार बाद दोपहर दुकानदार संजीव कुछ सामान घर से ऑटो में लाया था, जो दुकान के ऊपर बने चौबारे में रखना था, ताकि कभी देरी होने पर रात को यहां रूका जा सके। इस सामान को ऊपर रखवाने के लिए उसने गांव से अमन को बुला लिया। छोटा भाई सुखङ्क्षवद्र बाइक पर घर से अमन को दुकान पर छोड़कर गया था। अभी वे घर भी नहीं पहुंचा था कि हादसे की सूचना मिल गई। इसके बाद पूरा परिवार घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़ा। घटनास्थल पर एकत्रित लोगों के अनुसार अमन छत पर कूलर का स्टैंड रखने के लिए गया था, जैसे ही दुकान की बालकनी में पहुंचा तो बिङ्क्षल्डग के नजदीक से निकल रहे हाई वोल्टेज तार ने खींच लिया। देखते ही देखते अमन का शरीर धूं-धूं कर जलने लगा। हादसे का शोर सुन कालोनी वासी एकत्रित हुए। इसके बाद किसी ने बिजली निगम को सूचना दी तो बिजली सप्लाई को बंद करवाया गया।
-----बिजली निगम के कार्यकारी अभियंता भूपेंद्र वधावन ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी मिल चुकी है। एसडीओ को मौके पर भेज दिया था। स्थिति का जायजा लिया गया। कुछ बिजली की लाइन ऐसी होती है, जिन्हें बदलने के लिए जगह न मिलने के कारण लोकेशन नहीं बदल सकते। इस कारण रिहायशी कालोनियों में तारों की ऐसी स्थिति है। जिस जगह यह हादसा हुआ है वह दुकान बाद में बनी थी, जबकि बिजली लाइन पहले से ही निकल रही है। दुकान बनाते समय तारों से दूरी नहीं रखी गई।
------सिविल लाइन थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि करंट की चपेट में आने से हादसे का शिकार हुए युवक की मौत मामले को लेकर पुलिस जांच कर रही है। दुकानदार भी इस हादसे की चपेट में आया है, जो सिविल अस्पताल दाखिल है, जो बयान देने की स्थिति में नहीं है। स्वजन जो बयान दर्ज करवाएंगे उस अनुसार कार्रवाई होगी।