Move to Jagran APP

यमुना की दुःखदायी कहानी, लाकडाउन ने निर्मल किया, लोगों ने फिर मैली कर दिया

यमुना नदी लॉकडाउन के दौरान साफ हो गई थी। इतनी निर्मल कि तल साफ दिखता था। पानी की गुणवत्ता काफी अच्छी हो गई थी। अब फिर से प्रदूषित हो चली है। यमुनानगर करनाल सोनीपत जिले की फैक्ट्रियों और सीवरेज का पानी ड्रेनों से पहुंचाया जा रहा है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 02:59 PM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 02:59 PM (IST)
यमुना की दुःखदायी कहानी, लाकडाउन ने निर्मल किया, लोगों ने फिर मैली कर दिया
पानीपत में यमुना नदी में डाला गया कचरा और प्रदूषण के कारण काला दिखता पानी।

पानीपत/सनौली, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान, वर्ष-2020 में यमुना नदी निर्मल हो गई थी। पानी इतना साफ हो गया था कि तल साफ देखा जा सकता था। अब नदी फिर से मैली हो गई है। इसका सबसे बड़ा कारण नदी में पहुंच रहा फैक्ट्रियों का दूषित-रसायन युक्त पानी है। संबंधित अधिकारी और यमुना सुधार समिति के पदाधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं।

loksabha election banner

जल आयोग के जेई लोकेंद्र ने बताया कि विगत छह दशकों की बात करें तो वर्ष 2020 में छह अप्रैल को यमुना नदी का पानी सबसे अधिक स्वच्छ दिखा था। पानी में न गंदगी थी और न ही बदबू आती थी। नदी किनारे मंदिर में रहने वाले साधु संतों और स्नान करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने भी खुशी जताई थी। केंद्रीय प्र‎दूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने भी यमुना नदी से पानी के सैंपल लिए थे। नदी के पानी गुणवत्ता ठीक ठाक रही थी। जेई की मानें तो अब हालात फिर से खराब हैं।

लॉकडाउन के दौरान यमुना नदी का जल बहुत निर्मल हो गया था। 

ड्रेनों से पहुंचाया जा रहा गंदा पानी

सनौली-मवी यमुना पुल पर यमुना मैली होने का सबसे बड़ा कारण पानीपत की ड्रेन-2 के जरिये पहुंच रहा दूषित पानी है। नदी में यमुनानगर, करनाल, सोनीपत जिले की फैक्ट्रियों और सीवरेज का गंदा पानी भी ड्रेनों के जरिये पहुंचाया जा रहा है। छाजपुर, रसलापुर, शिमला, ताजपुर, खोजकीपुर का दूषित पानी भी यमुना नदी में डाला जा रहा है।

आस्था को पहुंचती है चोट

यमुना बार्डरपुल पर बने शिव मंदिर के पुजारी सुभाष गिरी ने बताया कि जीवन दायिनी यमुना नदी में स्वच्छ पानी से अधिक लोग स्नान करने पहुंचने लगे थे। पानीपत दूषित होने से आस्था को भी चोट पहुंचती है। नदी में पनपने वाले जीव जंतु भी मर जाते हैं।

सरकार को ध्यान देना चाहिए

यमुना सुधार समिति के प्र‎देशाध्यक्ष रतन सिंह रावल ने कहा कि नदी का पानी दूषित होने से आसपास के गांवों का भूजल भी जहरीला हो गया है। अब पानी पशुओं के पीने लायक भी नहीं है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।

पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

यह भी पढ़ेंः कुरुक्षेत्र में उग्र हुए किसान, भाजपा सांसद की गाड़ी पर कर दिया हमला

यह भी पढ़ेंः कुरुक्षेत्र में प्रेम कथा का दर्दनाक अंत, पति की हुई मौत तो पत्नी ने लगा लिया मौत को गले

यह भी पढ़ेंः हाथ मिलाने या कोई चीज छूने पर लगता है करंट, डरें नहीं, इसलिए होता है ऐस

यह भी पढ़ेंः नए हिंदू वर्ष से जुड़ा राक्षस नाम, जानिये क्या है कारण और कैसा रहेगा नव संवत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.