यमुना एंक्लेव वासियों ने विधायक ढांडा से शराब का ठेका हटवाने की मांग की
यमुना एंक्लेव के गेट नंबर पर शराब के ठेके विरोध में स्थानीय लोग लामबंद हो गए हैं। वे शनिवार को पानीपत ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा से मिले और ठेका बंद करवाने की मांग की। विधायक ने उन्हें आश्वासन दिया कि आबकारी कराधान अधिकारियों से बात कर ठेके को हटवाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : यमुना एंक्लेव के गेट नंबर पर शराब के ठेके विरोध में स्थानीय लोग लामबंद हो गए हैं। वे शनिवार को पानीपत ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा से मिले और ठेका बंद करवाने की मांग की। विधायक ने उन्हें आश्वासन दिया कि आबकारी कराधान अधिकारियों से बात कर ठेके को हटवाया जाएगा।
इस दौरान लोगों ने रोष जताया कि शुक्रवार को उन पर पुलिस ने गलत मामला दर्ज किया है। वे मामले की शिकायत आला अधिकारियों से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को करेंगे।
बता दें कि शुक्रवार सुबह 11 बजे यमुना एंक्लेव के गेट नंबर एक के सामने ठेका खुलने के विरोध में एंक्लेववासी सड़क पर उतर गए थे। प्रदर्शन करते हुए वह लघु सचिवालय की ओर जाने लगे तो कुछ लोग मानव श्रृंखला बनाकर सेक्टर 13-17 की मुख्य सड़क पर खड़े हो गए। जाम लगने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। काफी बहसा-बहसी के बाद अधिकारी ठेका हटवाने का आश्वासन देकर निकल गए। सेक्टर 6-7 चौकी पुलिस ने दंपती समेत 15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था।
नौकरीपेशा लोग परेशान, एंक्लेव छोड़ना बनेगी मजबूरी
यमुना एंक्लेव सोसायटी के प्रशासक जेपी गुप्ता ने बताया कि एंक्लेव में अधिकतर नौकरीपेशा लोग रहते हैं। सुबह बच्चों की 20-30 स्कूल बसें आती हैं। नशेड़ियों के कारण बच्चों और उन्हें छोड़ने आई महिलाओं को परेशानी होती है। पहले ठेके संचालक से परेशान थे। अब रोष जताने पर पुलिस ने भी केस दर्ज कर लिया है। मजबूरन एंक्लेव छोड़नी पड़ेगी।
नशा करके गार्डो से झगड़ते हैं युवक, ठेका हटाना बना लक्ष्य
सोसाइटी प्रशासक जो¨गद्र ¨सह चीमा ने बताया कि एंक्लेव का मुख्य गेट होने के कारण अधिकतर लोग यही से आवागमन करते हैं। एंक्लेववासी महिलाएं सुबह सैर पर निकलती हैं तो उन्हें नशेड़ी परेशान करते हैं। नशे की हालत में एंक्लेव में घुसने का प्रयास करते हैं। इस कारण उनका चार-पांच बार गेट पर मौजूद सिक्योरिटी गार्डो से भी झगड़ा हो चुका है। ठेका हटवाना हमारा लक्ष्य बन गया है। चाहे टेंट लगाकर धरना देना पड़े, लेकिन ठेका हटवाकर ही रहेंगे।