यमुना नदी पुल के लिए पिलरों का काम शुरू
हरियाणा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-709 ए डी के निर्माण की उम्मीदें बढ़ गई हैं। विभाग ने यमुना नदी पर फोर लेन सड़क के लिए पिलरों का कार्य शुरू कर दिया है। हालांकि कुछ गांवों के किसान मुआवजा नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए धरना-प्रदर्शन व महापंचायत करते रहे हैं।
संवाद सहयोगी, सनौली: हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को जोड़ने वाला, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-709 ए डी के निर्माण की उम्मीदें बढ़ गई हैं। विभाग ने यमुना नदी पर फोर लेन सड़क के लिए पिलरों का कार्य शुरू कर दिया है। हालांकि, कुछ गांवों के किसान मुआवजा नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए धरना-प्रदर्शन व महापंचायत करते रहे हैं।
पानीपत के गांव सिवाह से सनौली, उत्तर प्रदेश के जिला शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर होते हुए नगीना तक चार लेन राष्ट्रीय राजमार्ग की घोषणा मार्च 2018 में हुई थी। केंद्र सरकार ने इसे 709 एडी नंबर दिया था। हरियाणा के सिवाह से डाडौला, उझा, छाजपुर, जलालपुर, रिशपुर, सनौली सहित करीब 11 गांवों की भूमि को अधिग्रहण किया गया है। इस मार्ग की लंबाई करीब 207 किलोमीटर होगी। डीपीआर का काम पूरा हो चुका है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण गाजियाबाद से मिली जानकारी के मुताबिक करीब एक साल से डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पर काम चल रहा है, लगभग पूरा हो चुका है। फोरलेन के इस प्रोजेक्ट रिपोर्ट में किस शहर में बाइपास, ओवरब्रिज, पुल व अंडरपास बनेंगे आदि बिदुओं पर भी काम किया गया है। डीपीआर के आधार पर ही बजट का इस्टीमेट भेजा गया है। नेशनल हाइेवे के इस प्रोजेक्ट पर केंद्र सरकार के करीब 3500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। हाईवे से शहर को दो फायदे
हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में जाना आसान होगा। वर्तमान में पानीपत से हरिद्वार जाने पर करीब छह घंटे लगते हैं। राजमार्ग बनने के बाद लगभग दो-ढ़ाई घंटे में ही पहुंच सकेंगे। जाम कम लगेगा और समय की बचत होगी। सेक्टर-29 बाईपास पर कम होगा लोड
नेशनल हाईवे बनने के बाद सेक्टर-29 बाईपास से गुजरने वाले बड़े वाहनों की संख्या कम हो जाएगी। रोहतक की ओर से आने वाले वाहन हाईवे से ही जाएंगे। इससे सेक्टर-29 की मुख्य सड़क भी लाइफ भी ज्यादा होगी और शहर में सनौली रोड व बाइपास पर वाहनों की संख्या भी कम होगी।