एक वोट से जीती थी चौधर, थोड़ा-थोड़ा कर ऐसे किया लाखों का गबन
करहंस सरपंच ने 3.14 लाख गबन किया। डीडीपीओ की जांच में गड़बड़झाला सामने आया। सरपंच को ब्याज समेत 4.51 लाख जमा कराने पड़ गए।
पानीपत, जेएनएन। पंचायती राज चुनाव में एक वोट के अंतर से जीत दर्ज करने वाली करहंस गांव की सरपंच सरोज देवी ने पंचायती फंड में 3.14 लाख रुपये का गबन कर दिया। आरोप लगने पर डीडीपीओ की जांच में मामला पकड़ा गया। सरपंच ने अब ब्याज समेत 4.51 लाख रुपये जमा कराकर खुद को बचाया। ग्राम पंचायत के आधा दर्जन पंच अब सरपंच के विरोध में उतर आए हैं और बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।
पंच जयप्रकाश ने शिकायत देकर सरपंच सरोज देवी पर गबन का आरोप लगाया था। डीडीपीओ ने मामले की गहराई के साथ जांच की। इसमें सरपंच पर 3,14,166 रुपये का गबन सामने आया। डीडीपीओ ने 21 प्रतिशत यानि 1,36,871 रुपये का ब्याज लगाकर सरपंच को कारण बताओ नोटिस जारी किया। उनको 4,51,037 लाख रुपये जमा कराने थे। सरपंच सरोज देवी के ससुर सुल्तान सिंह तंवर ने दावा किया कि उन्होंने अब सारी राशि जमा का दी है।
इस तरह छोटी-छोटी रकम दबा जोड़ लिए लाखों रुपये
केस-एक
सरपंच ने एक काम की मजदूरी 49,990 और 54,560 रुपये दिखाई। जबकि, यह 81,590 रुपये बनती है। इसका अंतर 22,960 रुपये पाया गया है।
केस-दो
18 मई 2017 को एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें सात लोगों के नाम 56,000 रुपये की अदायगी की गई है। जांच में पाया गया कि एक बिल को दो बार दर्ज किया गया है। इस तरह, राजस्व को 16 हजार की हानि पहुंचाई गई।
केस-तीन
ग्राम सचिवालय के लिए एक फर्म को एक मई 2017 को 84,559 रुपये की अदायगी की गई। ग्राम पंचायत ने 1,46,6609 टैक्स सहित जमा कराई है। 22,364, 23,0039 और 22364 रुपये की अदायगी बनती है।
केस-चार
पीआरआइ स्कीम के तहत तीन मस्ट्रोल दर्ज हैं। इनकी अदायगी भी हुई है। इसमें जीएसटी की अदायगी में 45,167 रुपये की हानि ग्राम पंचायत को पहुंचाई गई।
पूरी राशि जमा करा दी गई
ग्राम पंचायत में विकास कार्य के दौरान काम करने और एमबी भरने में कुछ अंतर आया है। इसकी जानकारी मुझे नहीं थी। डीडीपीओ की जांच में मामला सामने आते ही पूरी राशि जमा करा दी है।
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