महिला सरपंच का सुनो फरमान, नशेडिय़ों और बधाई मांगने वालों के उड़ जाएंगे होश
उगाड़ा की महिला सरपंच ने नशे के खिलाफ मुहिम छेड़ा है। उन्होंने पंचायत में तीन बड़े फैसले लिए। इस पर पंचायत से लेकर पुलिस कार्रवाई करेगी।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। सामाजिक कार्यों व सुधार के मामले में हमेशा सुर्खियों रहने वाले उगाड़ा गांव की पंचायत ने नशेडिय़ों के होश उड़ा दिए हैं। उनके तीन फैसलों पर गांव के लोगों ने भी मोहर लगा दी है। पंचायत ने महिला सरपंच की अगुवाई में नशे के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है। वहीं पेयजल की बर्बादी रोकने और बधाई मांगने वाले किन्नरों की मनमानी रोकने के लिए कदम उठाया है। पंचायत ने बैठक कर रेजुलेशन पास किया है, जिसकी कॉपी डीसी, एसपी और बीडीपीओ को दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि इस गांव की आबादी करीब दो हजार है और यह पूरा गांव सीसीटीवी कैमरों की नजर में है।
गांव की सरपंच के प्रतिनिधि जसङ्क्षवदर ङ्क्षसह ने बताया कि उगाड़ा को मॉडल गांव बनाने के लिए हर स्तर पर काम किए गए हैं। प्रवेश द्वार को जहां आकर्षक लुक दिया गया है, वहीं पूरा गांव सीसीटीवी कैमरों की नजर में है। यह सारे निर्णय सामूहिक रूप से लिए गए हैं। अब पंचायत को शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ लोग सड़क किनारे शराब पीते हैं और यहीं से महिलाओं का आना जाना भी होता है, जिससे इनको परेशानियां झेलनी पड़ती रही हैं।
युवा पीढ़ी पर पड़ रहा असर
कुछ स्थानों पर पेयजल की बर्बादी भी सामने आई थी, जिसके लिए मौखिक तौर पर भी कहा गया। इस तरह खुशी के कुछ खास मौकों पर किन्नरों द्वारा बधाई के नाम पर अच्छी खासी रकम वसूलने के भी मामले आए। यह तीनों मामले ऐसे हैं, जो सामाजिक बुराई को तो बढ़ा रहे थे, बल्कि इसका असर युवा पीढ़ी पर भी पडऩा तय है। इसी को लेकर यह कदम उठाये गए हैं।
गांव में पंचायत ने आम जनता के साथ मिलकर कई अहम कार्य शुरू किए हैं। अब नशे के खिलाफ तो कदम उठाये हैं, जबकि पेयजल व्यर्थ बहाने और किन्नरों की मनमानी रोकने के लिए भी प्रस्ताव पास किए गए हैं। इनकी सूचना गांव में अनाउंसमेंट करके दी गई है। गांव के लोग भी इस में सहयोग करने को तैयार हैं। नियम न मानने वालों के खिलाफ पंचायत के साथ पुलिस कार्रवाई भी की जाएगी।
- हरिंदर कौर, सरपंच, उगाड़ा गांव