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नगर निगम से टूटी आस तो महिलाओं ने बना लिया समूह, कालोनी में खुद करतीं सफाई

यमुनानगर के वार्ड-13 में नगर निगम की अनदेखी से तंग आकर महिलाओं ने एक समूह बना लिया। महिलाएं समूह में कॉलोनी की सफाई करती हैं। मंदिर मस्जिद मदरसा खाली प्लाट व गलियों की महिलाएं समूह में सफाई करती है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 01:59 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 01:59 PM (IST)
नगर निगम से टूटी आस तो महिलाओं ने बना लिया समूह, कालोनी में खुद करतीं सफाई
यमुनानगर के वार्र्ड-13 में महिलाओं ने समूह बनाया।

यमुनानगर, जेएनएन। वार्ड-13 का ममीदी गांव। कहने को शहर का हिस्सा है, लेकिन हालात देखकर ऐसा लगता नहीं। नगर निगम की ओर से सफाई की व्यवस्था न के बराबर है। सड़क का किनारा हो या फिर खाली प्लाट, हर तरफ गंदगी व जंगली घास उगी है। सफाई के लिए महिलाओं ने निगम कर्मचारियों का काफी इंतजार किया। न पहुंचने पर खुद ही बीड़ा उठा लिया।

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वार्ड की पार्षद निर्मल चौहान हैं। जो क्षेत्र में स्वयं सहायता समुह बनाकर सैकड़ों महिलाओं को आत्म निर्भर बना चुकी हैं। क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को लेकर भी इन्होंने काफी मंथन किया। उनके मुताबिक निगम को कई-कई बार शिकायतें दी। परिणाम जीरो रहे। बाद में सोचा कि क्यों न सफाई के लिए महिलाओं के ही ग्रुप बना लिए जाएं। जब महिलाएं अपने घर की सफाई कर सकती हैं तो सामुहिक रूप से कालोनी की क्यों नहीं कर सकती। बस बुला ली कुछ जागरूक महिलाओं की मीटिंग। और शुरू कर दिया मिशन सफाई। खास बात यह है कि हिंदू के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय की महिलाएं भी इन ग्रुपों का हिस्सा हैं। प्रेरित होकर आज पुरुष व बच्चे भी क्षेत्र में खुद ही सफाई करते हैं।

समूह में ये महिलाएं शामिल

पार्षद निर्मल चौहान ने दो स्वयं सहायता समूह बनाए। एक का नाम एकता ग्रुप व दूसरे का तरक्की। इनमें सुमन, किरण, रूकसाना, रुकसार, गुलनार, हाजरा, अनवरी, नाजमा, समीना, वीना, सोनी, कमलेश, अनीता, अनवरी, राज, रेनू, मुनीफा, मनजीत, अनिता, बबली, मोनिका, रेखा, उषा, अंजू रानी, बबली शामिल हैं। जब महिलाएं सफाई के लिए आगे आई तो क्षेत्र के पुरुष व बच्चों ने कदम बढ़ाया।

बनाया हुआ है शेड्यूल

पार्षद निर्मल चौहान ने बताया कि वार्ड में सफाई के लिए महिलाओं ने बकायदा शेड्यूल बनाया हुआ है। खाली पड़े प्लाट व गलियों के अलावा, मंदिर, मस्जिद व अन्य सावर्जनिक स्थलों की भी सफाई करती हैं। क्षेत्र में शहीद राकी हर्बल पार्क है। इसमें खड़ी जंगली घास को महिलाओं ने खुद ही साफ किया है। इन महिलाओं के मुताबिक क्षेत्र में पड़े खाली प्लाटों से जहरीले जीव निकलते हैं।बारिश के दिनों में परेशानी और बढ़ जाती है। ऐसे में सफाई जरूरी है।

दूसरी कॉलोनियों में भी शुरू करने की योजना

पार्षद निर्मल चौहान बताती हैं कि वार्ड में उन्होंने 58 स्वयं सहायता समुह बनाए हुए हैं। समुहों से जुड़ी हर महिला ने कोई न कोई रोजगार शुरू किया हुआ है। अब अन्य वार्डों में भी सफाई की इस मुहिम को शुरू करना है। ममीदी में कच्चा एरिया काफी है। इसलिए शुरुआत यहां से की गई है।


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