Honeytrap: रिश्वत के पहले ही केस में अविश्वास का ट्रैप, महिला एसआइ को ले डूबा लालच
पानीपत में हनीट्रैप मामले में महिला एसआइ अब सलाखों के पीछे पहुंच चुकी है। जल्द रुपये कमाने के चक्कर में लालच में आकर एसआइ योगेश कुमारी ने गलत राह पकड़ी।
पानीपत, जेएनएन। हनीट्रैप और रिश्वत प्रकरण में जेल की सलाखों के पीछे पहुंची सब इंस्पेक्टर योगेश कुमारी का लालच ही उसे ले डूबा। दिलचस्प तो यह है कि इस तरह के भ्रष्टाचार का यह उसका पहला केस था। महिला और सब इंस्पेक्टर को ही एक-दूसरे पर विश्वास नहीं हुआ। उनके जाल में फंसने का यही कारण रहा।
हुआ यूं कि न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की महिला चांदनी बाग थाने में छेड़छाड़ का एक केस दर्ज कराने गई थी। तब उसकी मुलाकात योगेश कुमारी से हुई। जांच में पता लगा है कि योगेश ने ही महिला को कहा कि वह छोटे लालच की जगह, ज्यादा पैसा कमाने की सोचे। अगर मिलकर चलेगी तो मोटे पैसे कमाएंगे। तब इन दोनों ने स्क्रैप व्यापारी सहित तीन लोगों को अपने जाल में फंसाया। सब इंस्पेक्टर इस केस में महिला के घर से ही इन लोगों से 25 हजार रुपये ले गई। तब महिला को कुछ नहीं दिया। बाद में महिला को शक हुआ कि योगेश ने बाद में 12 लाख रुपये ऐंठ लिए हैं। उसे हिस्सा मिला ही नहीं। तब उसने एसपी के सामने ऑडियो रिकार्डिंग पेश कर योगेश की भी पोल खोल दी।
कब क्या हुआ
-22 फरवरी को महिला ने स्क्रैप व्यापारी सहित तीन लोगों को घर पर बुलाया। बाद में सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया। एसआइ योगेश कुमारी ने 25 हजार रुपये वसूल लिए। बाद में सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया।
-25 फरवरी को स्क्रैप व्यापारी ने महिला के रुपये मांगे जाने की एसपी को शिकायत दी।
-27 फरवरी को महिला ने एसपी को शिकायत दी कि योगेश कुमारी ने स्क्रैप व्यापारी सहित तीन लोगों से 12 लाख रुपये ले लिए हैं।
-27 फरवरी को एसपी ने मामले की जांच एसआइटी को सौंप दी।
-4 मार्च को एसआइटी इंचार्ज डीएसपी पूजा डाबला ने मामला दर्ज किया और 5 मार्च को महिला को गिरफ्तार किया।
-9 मार्च को एसआइ योगेश कुमार ने महिला थाने में सरेंडर कर दिया।
पुलिस पर फिर सवाल, दुर्गा शक्ति गाड़ी में शराब की लोडिंग, कांस्टेबल लाइन हाजिर
महिलाओं की सुरक्षा के लिए दौड़ रहीं दुर्गा शक्ति गाड़ी का इस्तेमाल शराब की लोडिंग करते हुए देखी गई। फोटो वायरल होते ही पुलिस विभाग में सनसनी फैल गई। जैसे ही इस पूरे मामले की जांच शुरू हुई तो पता चला कि सेक्टर 29 में शराब के गोदाम एल-1 से चार दिन पहले कांस्टेबल रामकुमार शराब की पेटी रखवा रहा था। यह सामने आते ही कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया। दुर्गा शक्ति कार के इस्तेमाल पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।