सर्पदंश के बाद पत्नी को बचाने में अंधविश्वास हावी, तंत्रक्रिया देख पति के उड़े होश
सर्पदंश की वजह से एक महिला की जान चली गई। पति को जब सर्पदंश का पता चला तो वह पत्नी को लेकर सपेरों के पास पहुंचा। वह डॉक्टर के पास न ले जाकर झाडफ़ूंक कराता रह गया।
पानीपत, जेएनएन। अंधविश्वास के चक्कर में सर्पदंश की शिकार एक महिला की जान चली गई। घटना गढ़ी भल्लौर गांव की है। महिला को को सांप ने काटा था। पति उसे अस्पताल ले जाने की बजाय सपेरों के पास घूमता रहा। काफी देर तक झाड़-फूंक का सिलसिला चलता रहा।
झाड़ फूंक के बावजूद सफलता नही मिली। जब महिला की मौत हो गई तो परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर ने भी मृत घोषित कर दिया। उधर, पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने का इंतजार है।
ग्रामीणों ने बहकाया- 24 घंटे तक सांप काटे व्यक्ति को जिंदा कर देते हैं सपेरे
रिटायर्ड बीएसएनएल कर्मचारी सोनीपत के ईश्वर सिंह दहिया पत्नी पुष्पा (52) के साथ बापौली गांव में बहन के घर मकर संक्रांति का सीधा देने गए थे। यहां देर शाम पुष्पा शौच के लिए बाहर खेतों में गई थी। इस दौरान, बाएं हाथ पर सांप ने काट लिया। थोड़ी देर बाद तबीयत बिगडऩे लगी तो ग्रामीणों ने ईश्वर सिंह को बहका दिया। सपेरों को सर्पदंश के इलाज में माहिर बताया। कहा कि सपेरों के हाथ में यश होता है।
अंधविश्वास दे गया जिंदगी भर का गम
ग्रामीण ने कहा कि सपेरे 24 घंटों तक सर्पदंश के शिकार को जिंदा कर सकते हैं। ग्रामीणों के बहकावे में आकर ईश्वर पत्नी को लेकर पास के संजौली गांव में सपेरों के पास पहुंच गए। काफी देर तक महिला की जांच पड़ताल करने के बाद सपेरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
सांप काटे तो क्या करें
बापौली सीएचसी के एसएमओ डॉ. कर्मबीर चोपड़ा ने ऐसे मामलों में लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने बताया कि सर्पदंश के बाद फौरन उस स्थान पर कपड़ा बांध देना चाहिए। इससे जहर फैलने का खतरा थोड़ा कम हो जाता है।
- प्रभावित हिस्से को अच्छे से साबुन से धोना चाहिए।
- इसके बाद पीडि़त को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाना चाहिए। समय पर उपचार मिलने से जान बच सकती है।