दाई के दावे से स्वास्थ्य विभाग भी चौंका, शर्तिया लड़का होने की देती थी दवा, गिरफ्तार Panipat News
शर्तिया लड़का होने की दवा देते हुए दाई को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। दाई पांच सौ रुपये में दवा देती थी।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग ने एक दाई को शर्तिया लड़का होने की दवा देते हुए पकड़ा है। महिला पहले इस्माईलाबाद में दाई का काम करती थी और अब 500 रुपये में लड़का होने की दवा दे रही थी। विभाग ने बोगस ग्राहक द्वारा दिए गए पैसे भी बरामद कर लिए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने आरोपित महिला के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करने की लिखित शिकायत पुलिस को सौंप दी है।
जानकारी के मुताबिक जिला सिविल सर्जन डॉ. सुखबीर को गुप्त सूचना मिली थी कि इस्माईलाबाद में एक महिला शर्तिया लड़का होने की दवा देती है। डॉ. सुखबीर ने पीएचसी किरमिच के डॉ. गौरव बंसल, पीएचसी बाबैन के डॉ. ऋषि, पीएचसी इस्माईलाबाद के डॉ. सुनीता व क्लर्क राजीव की एक टीम गठित की। इसके बाद टीम ने एक बोगस ग्राहक को तैयार किया और शर्तिया दवा देने वाली महिला से मिलवाया। बातचीत होने के बाद महिला ने स्वास्थ्य विभाग के बोगस ग्राहक को बृहस्पतिवार सुबह 10 बजे बुलाया।
बोगस ग्राहक के साथ टीम भी पहुंची
महिला ने बोगस ग्राहक को जहां बुलाया उसके पीछे-पीछे स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम भी वहां पहुंच गई। महिला ने दवा देने के नाम पर 500 रुपये मांगे। रुपये मिलते ही महिला ने बोगस ग्राहक को दो पुडिय़ा दे दे और इसका सेवन करने के लिए कहा। दवा देने के बाद जैसे ही बोगस ग्राहक बाहर निकली जाते हुए उसने टीम को इशारा कर दिया। टीम ने तुरंत दाई को धर लिया।
छापे का असर दिखाई दे रहा : डॉ. सहाय
उपसिविल सर्जन डॉ. आरके सहाय ने कहा कि लगातार हो रही छापेमारी का असर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। वर्ष 2015 में जिला सबसे पिछड़े हुए लिंगानुपात वाले जिलों में शामिल था, लेकिन अब अगस्त माह तक ङ्क्षलगानुपात 930 दर्ज किया गया है।