व्यवसायी का डेबिट कार्ड बदल 50 हजार उड़ाए
25 हजार रुपये निकालने गए थे मशीन में फंसा डेबिट कार्ड 02 युवकों ने कार्ड निकालने की बात कहकर दूसरा थमा दिया
जागरण संवाददाता, पानीपत : दो ठगों ने संजय चौक के एटीएम में हैंडलूम व्यवसायी का डेबिट कार्ड बदलकर खाते से 50 हजार रुपये उड़ा लिए।
भाजपा के स्पोटर्स सेल के पूर्व प्रधान सेक्टर-12 न्यू हाउसिग बोर्ड कॉलोनी के चेतन तनेजा ने बताया कि उनके पिता 65 वर्षीय कृष्ण कुमार तनेजा हैंडलूम व्यवसायी हैं। उनका पीएनबी में खाता है। 25 जनवरी को पिता दोपहर बाद 2:50 से 3 बजे के बीच संजय चौक स्थित आइडीबीआइ के एटीएम से 25 हजार रुपये निकलवाने गए थे। डेबिट कार्ड मशीन में फंस गया। पास खड़े दो युवकों ने उनसे कहा कि वे डेबिट कार्ड निकाल देते हैं। पिता बिना रुपये निकलवाए वापस घर लौट गए। 26 जनवरी को मैसेज आया कि 50 हजार निकल गए हैं। पिता ने डेबिट कार्ड देखा तो बदला हुआ था। ये रुपये सोनीपत और मुजफ्फरनगर से निकाले गए हैं। मशीन पर कहीं स्कीमर तो नहीं लगा
ठग एटीएम और कार्ड स्वाइप की अन्य मशीनों पर स्कीमर लगाकर रखते हैं। स्कीमर एक छोटी डिवाइस होती है। यह कार्ड स्वाइप करने के खांचे के ऊपर लगाई जाती है। स्वाइप करने के दौरान कार्ड इस स्कीमर से गुजरता है। इसी दौरान ठग स्कीमर में कार्ड की डिटेल कॉपी कर लेता है। इसके बाद ठग कार्ड का क्लोन बनाकर आपके कार्ड की डिटेल को कॉपी करता है और गोपनीय कैमरों से पिन नंबर देखकर आपके खाते से रकम उड़ाई जाती है। कैंसल बटन में डाल देते हैं एलफी
एटीएम इस्तेमाल के दौरान अब ट्रांजक्शन पूरी होने तक कार्ड मशीन के अंदर ही रहता है। ऐसे में ठग एटीएम के कैंसल बटन पर एलफी डालकर उसे चिपका देते हैं। इससे ट्रांजेक्शन के बाद भी डेबिट कार्ड बाहर नहीं आता और ताक में खड़े ठगे मदद के नाम पर आपका डेबिट कार्ड बदल देते हैं। जागरूक रहकर बचाएं अपनी पूंजी
एटीएम में कार्ड स्वाइप करने की जगह की हिलाकर जांच करें।
कार्ड स्वाइप के खांचे से कुछ अलग होने पर प्रयोग न करें।
एटीएम रूम में अकेले ही छिपाकर गोपनीय कोड डालें।
ई-पेमेंट के दौरान मशीन की जांच कर खुद स्वाइप कर कोड डालें।
कहीं भी एटीएम का पिन न लिखें।