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सैनिक वैक्सीनेशन के लिए आएं तो सेना अस्पताल भेजें : डा. संतलाल

सिविल सर्जन ने कहा कि हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर्स से पंजीकरण के समय उनकी सर्विस का पहचान पत्र मांगा जाता है। उसकी फोटो को-विन पोर्टल पर अपलोड की जाती है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 06:21 AM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 06:21 AM (IST)
सैनिक वैक्सीनेशन के लिए आएं तो सेना अस्पताल भेजें : डा. संतलाल
सैनिक वैक्सीनेशन के लिए आएं तो सेना अस्पताल भेजें : डा. संतलाल

जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना वैक्सीनेशन के फेज-टू के तहत मंगलवार को सिविल अस्पताल के मीटिग हाल में आयुष्मान भारत के पैनल सूची में शामिल नौ निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों को ट्रेनिग दी गई। इस दौरान डेमो भी दिखाया। सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने कहा कि सैनिक वैक्सीनेशन के लिए आएं तो उन्हें सैनिक अस्पताल भेजें।

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सिविल सर्जन ने कहा कि हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर्स से पंजीकरण के समय उनकी सर्विस का पहचान पत्र मांगा जाता है। उसकी फोटो को-विन पोर्टल पर अपलोड की जाती है। ऐसे में सैनिक की पहचान उजागर होने का खतरा रहेगा। सरकार ने सेना के अस्पतालों में पहले से ही कोरोना वैक्सीन दी हुई है। सामान्य पब्लिक में शामिल सीनियर सिटीजन और 45 से 59 साल के बीमार (20 प्रकार की सूचिबद्ध बीमारियों में से कोई एक) को टीका लगाया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि निजी अस्पताल लाभार्थी से 250 रुपये (100 रुपये सर्विस चार्ज और 150 रुपये प्रति डोज कीमत) वसूल सकते हैं। वैक्सीनेशन के समय कुछ लोगों के फोटो जरूर कराएं। निजी अस्पतालों को एक खाता नंबर दिया गया है, वैक्सीन की कीमत उसी दिन जमा करानी होगी।

नोडल अधिकारी डा. मनीष पासी ने बताया कि कोविशील्ड वायल में 0.5 एमएल की 11, को-वैक्सीन की वायल में 21 डोज बनती हैं। एक वायल में क्रमश: 10 और 20 लाभार्थियों को टीका लग सकता है। पर्याप्त लाभार्थी एकत्र होने पर ही वायल खोलें। टीकाकरण के बाद किसी प्रतिकूल घटना से निपटने का इंतजाम निजी अस्पताल को करना होगा। ऐसे में फिजिशियन व प्रशिक्षित स्टाफ का होना जरूरी है।

इस मौके पर डिप्टी सिविल सर्जन डा. नवीन सुनेजा, डा. सुनील संडूजा, कोल्ड चेन के जिला मैनेजर विक्रम राणा, डा. ललित वर्मा, आयुष्मान योजना के जिला सूचना प्रबंधक सोहन सिंह ग्रोवर मौजूद रहे। इन अस्पतालों के प्रतिनिधि रहे शामिल : छाबड़ा अस्पताल, मदान अस्पताल, मल्होत्रा चाइल्ड केयर अस्पताल, रविद्रा अस्पताल, पार्क हास्पिटल, सिग्नेस महाराजा अस्पताल, रेनबो अस्पताल, एपेक्स अस्पताल और दिशा अस्पताल। लाभार्थियों के काम की बात

-0.5 एमएल की होगी डोज।

-टीका लगने के बाद 30 मिनट निगरानी में रहना होगा।

-वैक्सीनेशन के लिए को-विन पोर्टल 2.0 या आरोग्य सेतु एप पर पंजीकरण करें।

-पंजीकरण के बाद टीकाकरण केंद्र चुनना जरूरी है।

-सरकारी केंद्रों में टीकाकरण निश्शुल्क है।

-निजी अस्पतालों में 250 रुपये चुकाने होंगे।

-ऐन वक्त भी वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण हो सकेगा।

-रजिस्ट्रेशन के समा लाभार्थी को मोबाइल फोन साथ रखना होगा। निजी अस्पतालों को बनानी होगी टीम

-एक वैक्सीनेटर आफिसर- डाक्टर/नर्स/फार्मासिस्ट

-एक वैक्सीनेशन आफिसर लाभार्थी की आइडी देख प्रवेश देगा।

-एक वैक्सीनेशन आफिसर एक जो रजिस्ट्रेशन देखेगा।

-एक वैक्सीनेशन आफिसर कोविड पोर्टल पर स्टेटस अपडेट करेगा।

-एक वैक्सीनेशन आफिसर व्यवस्था बनाए रखने में मदद करेंगे।

-एक वैक्सीनेशन मैनेजर, डाक्टर या अस्पताल संचालक।


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