सीवरेज पाइप लाइन दबाते समय गिरा मिट्टी की तोंदा, तीन मजदूर दबे
तीनों मजदूरों के साथ जाको राखे साइंया मार सके न कोई वाली कहावत चरितार्थ हुई। आलम और गुलजार मिट्टी के नीचे पूरी तरह से दब चुके थे लेकिन गनीमत रही कि दोनों गिरे नहीं और खड़े रहे।
जागरण संवाददाता, समालखा : रेलवे लाइन पार राजस्थान कॉलोनी स्थित मेन गली में सीवरेज पाइप लाइन दबाते समय मिट्टी की तोंदा गिरने से तीन मजदूर दब गए। हादसा शुक्रवार साढ़े 11 बजे के करीब हुआ। गनीमत कि लोगों के सहयोग से तीनों को समय रहते निकाल लिया गया। उन्हें सिवाह के पास एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई। संबंधित विभाग के अधिकारी व पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे।
गौरतलब है कि जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से रेलवे लाइन पार सीवरेज दबाने का काम काफी समय से चल रहा था, लेकिन कुछ दिनों तक काम बंद रहा। सप्ताह भर पहले दोबारा काम शुरू हुआ था। शुक्रवार को भी राजस्थान कॉलोनी की नारायणा रोड से आने वाली मेन गली में काम चल रहा था। जेसीबी की मदद से करीब छह से सात फीट गहरा गड्ढा खोदा जा चुका था। इसके बाद, उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के गांव पिटलोकर निवासी आलम और गुलजार गड्ढे में उतरकर पाइप को जोड़ने लगे। इस बीच, साइड से मिंट्टी का तोंदा खिसककर उनके ऊपर जा गिरा। साथियों को दबता देख ऊपर खड़े मजदूर हसीन ने भी छलांग लगा दी और वह भी पैरों तक मिंट्टी के नीचे दब गया। इससे वहां हड़कंप मच गया। जेसीबी के जरिये और आसपास मौजूद लोगों की मदद से करीब बीस मिनट की मशक्कत के बाद मिट्टी हटाई गई और तीनों को सकुशल बाहर निकाल लिया। हादसे की सूचना पाकर पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के एसडीओ व जेई भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने अपनी गाड़ी में तीनों मजदूरों को सिवाह स्थित अस्पताल पहुंचाया। जाको राखे साइंया, मार सके न कोई
तीनों मजदूरों के साथ जाको राखे साइंया, मार सके न कोई वाली कहावत चरितार्थ हुई। आलम और गुलजार मिट्टी के नीचे पूरी तरह से दब चुके थे, लेकिन गनीमत रही कि दोनों गिरे नहीं और खड़े रहे। आलम ने मिट्टी के बाहर अपना हाथ बाहर निकाला तो लोगों ने उसे तुरंत बाहर खींच लिया। सुरक्षा के प्रबंध नहीं
ठेकेदार द्वारा छह से सात फीट की गहराई में सीवरेज की पाइप लाइन दबाई जा रही है। जेसीबी द्वारा खोदने के बाद मजदूर नीचे जाकर पाइपों को जोड़ते हैं, लेकिन इतनी गहराई में उनके बचाव को लेकर किसी तरह के इंतजाम नहीं किए गए हैं। पुलिस के पहुंचते ही जेसीबी चालक भाग निकला
मौके पर पुलिस भी पहुंची और जेसीबी चालक को अपने साथ ले जाने लगी। इस बीच, लोगों ने गड्ढे भरने का हवाला देकर उसे रोक लिया। इसके बाद, पुलिस ठेकेदार को अपने साथ ले गई। कुछ देर बाद ही जेसीबी चालक भी मिंट्टी को इधर उधर फैलाकर मौके से भाग निकला। जबकि गली के बीच कई फीट तक गड्ढा बना रह गया, जिसको लेकर लोगों ने रोष जताया। दो दिन के लिए काम बंद
जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ हरविदर शर्मा ने बताया कि तीनों मजदूरों की हालत ठीक है। फिलहाल, काम बंद करा दिया गया है। दो तीन दिन बाद दोबारा काम शुरू कराया जाएगा। जो गड्ढा बचा है, उसे सुबह बंद करा दिया जाएगा।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप