Move to Jagran APP

Haryana weather update: जन्माष्टमी पर मेहरबान होगा मानसून, जानिये कैसा रहेगा मौसम

हरियाणा में गर्मी और उमस ने बेहाल कर रखा है। 30 अगस्त से मौसम में बदलाव होगा। मानसून फिर सक्रिय होगा। हरियाणा के ज्यादातर इलाकों में झमाझम बारिश होगी। खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव क्षेत्र बन रहा है। इससे गर्मी से राहत मिलेगी।

By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Sun, 29 Aug 2021 12:48 PM (IST)Updated: Sun, 29 Aug 2021 12:48 PM (IST)
Haryana weather update: जन्माष्टमी पर मेहरबान होगा मानसून, जानिये कैसा रहेगा मौसम
हरियाणा में इस समय अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री अधिक चल रहा है।

जागरण संवाददाता, करनाल। हरियाणा का मौसम सोमवार से फिर करवट बदलेगा। जन्माष्टमी के दिन बदरा फिर से मेहरबान होंगे। बारिश होने से उमस भरी गर्मी से राहत मिल सकती है। 5 सितंबर तक बीच-बीच में हरियाणा के उत्तर व दक्षिण क्षेत्र के जिलों में हवा व गरजचमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होगी। इससे दिन के तापमान में गिरावट होगी। दौरान उत्तरी व दक्षिण पूर्व हरियाणा के कुछ स्थानों पर तेज बारिश की संभावना है।

loksabha election banner

हरियाणा में इस समय ब्रेक मानसून की स्थिति बनी हुई है। इसके कारण मानसून रूठा हुआ है। बारिश की कमी के चलते कई जिलों में सूखे जैसी स्थिति है। हालांकि ओवरआल बारिश की बात करें, तो हरियाणा में अब तक औसत से अधिक बारिश हुई है। झज्जर, सोनीपत, मेवात में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। मेवात में तो 234 फीसद बारिश हुई है। यानी कि यहां सवा गुना ज्यादा पानी बरसा है। बारिश न होने के कारण अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री तक अधिक चल रहा है। लेकिन कल से हरियाणा के लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है। 5 सितंबर तक जारी रह सकता है। 

देश में इस समय यह बना हुआ है मौसमी सिस्टम

बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी पर बने चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव के तहत, उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। मानसून की टर्फ रेखा अमृतसर, अंबाला, दिल्ली, ग्वालियर, सतना, झारसुगुडा, उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर बने निम्न दबाव के मध्य से होते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। एक अपतटीय टर्फ रेखा कर्नाटक तट से केरल तट तक फैली हुई है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान और दूसरा पाकिस्तान के दक्षिण सिंध पर बना हुआ है।
 
पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
 

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.