Weather Update: हरियाणा में बारिश ने किसानों के अरमानों पर फेरा पानी, नदियां उफान पर
हरियाणा में तेज बारिश के चलते फसलें पानी में डूब गई हैं जिससे इनकी गुणवत्ता और पैदावार प्रभावित होगी। इतना ही नहीं करीब एक लाख 18 हजार हेेक्टेयर में खड़ी धान की फसल को बारिश ने प्रभावित किया है। मारकंडा नदी में समेत प्रदेश की कई नदियां उफान पर हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। जिला भर में पिछले 24 घंटों में हुई 60 एमएम बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। बारिश ने खरीद के इंतजार में कटाई के लिए तैयार खड़ी करीब 10 हजार एकड़ फसल को बुरी तरह से प्रभावित किया है। तेज बारिश के चलते फसलें पानी में डूब गई हैं, जिससे इनकी गुणवत्ता और पैदावार प्रभावित होगी। इतना ही नहीं करीब एक लाख 18 हजार हेेक्टेयर में खड़ी धान की फसल को बारिश ने प्रभावित किया है। मारकंडा नदी में आए उफान के चलते इसके रास्ते में आने वाले शाहाबाद और इस्माईलाबाद के 40 के करीब गांवों की फसलें जलमग्न हो गई हैं। इसके साथ ही कई गांवों में मारकंडा का पानी घुसने का खतरा बना हुआ है। इन दिनों की बारिश ने अनाज मंडियों में पहुंची करीब डेढ लाख क्विंटल धान को पानी-पानी कर दिया है। शुक्रवार सुबह कुछ राहत मिलने पर मजदूरों ने इस धान को खराब होने से बचाने के लिए सुखाना शुरू कर दिया है।
68 एमएम हुई बारिश
पिछले दो दिन और रात में ही जिला भर में 68 एमएम के करीब बारिश हुई है। बुधवार को जिला भर में औसत आठ एमएम बारिश हुई तो वीरवार को बारिश ने फसलों पर जमकर कहर बरपाया और जिला भर में 60 एमएम के करीब बारिश हुई। इसमें भी इस्माईलाबाद में सबसे ज्यादा 131 एमएम बारिश दर्ज की गई है। इसके साथ ही बाबैन में 92 एमएम और थानेसर में 65 एमएम बारिश हुई है। पिहोवा, शाहाबाद और बाबैन में भी 25 एमएम से अधिक बारिश हुई है।
पहाड़ों की बारिश से उफान पर मारकंडा
ऊपरी क्षेत्रों में बारिश से मारकंडा नदी भी उफान पर आ गई है। इस नदी ने शाहाबाद और इस्माईलाबाद के करीब 40 गांवों को प्रभावित किया है। शाहाबाद के कई गांवों में मंदिरों तक में पानी भर गया है। विभागीय अधिकारी पानी पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।