दिल्ली सहित हरियाणा में कड़ाके की ठंड, कोहरा, अगले 24 घंटे में जाने कैसा रहेगा मौसम
Weather Forecast Updates दिल्ली सहित हरियाणा में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। नए वर्ष में छाई धुंध से जनजीवन प्रभावित रहा। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक 24 घंटे में पाला गिरने के आसार है। जानें अगले 24 घंटे में कैसा मौसम रहेगा।
करनाल, जागरण संवाददाता। मौसम विभाग ने पहले ही जो संभावना जताई थी, उसी के अनुसार नव वर्ष 2022 का आगाज कड़ाके की ठंड व गहरी धुंध से हुआ। शनिवार सुबह गहरी धुंध छा गई, जिसमें दृश्यता महज पांच मीटर दर्ज की गई। हालांकि जैसे-जैसे दिन निकला, धीरे-धीरे धुंध भी छंटती चली गई। सुबह साढ़े 11 बजे तक मौसम साफ हो गया। लेकिन सुबह के समय धुंध अधिक होने के कारण जनजीवन काफी प्रभावित हुआ। सड़क से लेकर रेल मार्ग तक दोनों बुरी तरह प्रभावित हुए।वाहनों के पहिये जैसे ठहर गए। जीटी रोड पर फोग लैंप जलाकर वाहन चालकों को सफर करना पड़ा।
धुंध के साथ-साथ तापमान में भी गिरावट देखने को मिली है। रात का तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। सुबह के समय नमी की मात्रा 100 फीसदी दर्ज की गई। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में मौसम साफ रहेगा लेकिन सुबह के समय धुंध छा सकती है। पाला भी जम सकता है।
इस समय देशभर में यह बना मौसमी सिस्टम
चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य क्षोभमंडल स्तरों पर श्रीलंका तट के पास बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर है। एक जनवरी की रात तक एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की उम्मीद है। एक और पश्चिमी विक्षोभ, जो अपेक्षाकृत काफी मजबूत है, चार जनवरी से पश्चिमी हिमालय और पांच जनवरी से उत्तरी मैदानी इलाकों को प्रभावित करना शुरू कर देगा।
कड़ाके की ठंड का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे किसान
दिसंबर माह में उम्मीद के मुताबिक ठंड नहीं हुई। किसानों को उम्मीद थी कि नए साल से कड़ाके की ठंड होगी, जिसका फायदा गेहूं की फसल को मिलेगा। उम्मीद के मुताबिक नए साल पर ठंड का सिलसिला शुरू हुआ है। कृषि एवं कल्याण विभाग के पूर्व तकनीकी अधिकारी डा. एसपी तोमर ने कहा कि जितनी अधिक ठंड गिरेगी, गेहूं की फसल के लिए फायदा होगा। ठंड लंबी चलनी चाहिए, अचानक तापमान में आ रहे उतार-चढ़ाव कृषि के दृष्टिकोण से सही नहीं है। धीरे-धीरे ठंड बढ़ना और लंबे समय तक बनी रहना फायदेमंद होता है।