बारिश को लेकर मौसम विभाग ने दी चेतावनी, हरियाणा सहित इन राज्यों में भारी बारिश की संभावना
हरियाणा में मानसून की बारिश शुरू हो चुकी है। दक्षिण पश्चिम मानसून आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां पूरी तरह अनुकूल बताई जा रही हैं। मौसम विभाग की मानें तो हरियाणा सहित कई राज्यों में अच्छी बारिश होगी। वहीं चेतावनी भी दी है कि आगे भारी बारिश भी होगी।
करनाज, जागरण संवाददाता। मानसून की बारिश शुरू हो गई है। बड़े क्षेत्र में मानसून का स्पष्ट प्रभाव नजर आ रहा है। अरब सागर व राजस्थान के कुछ हिस्सों सहित मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के शेष हिस्सों, पंजाब के कुछ हिस्सों तथा हरियाणा-चंडीगढ़ व दिल्ली में अब लगातार अच्छी बारिश के आसार हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए कुछ दिन तक स्थितियां बेहतर रहेंगी।
करनाल की बात करें तो यहां वीरवार को मानसून की पहली बारिश में बादल जमकर बरसे। कुल 16 एमएम बरसात दर्ज की गई। इससे तापमान में भी गिरावट आ गई। अधिकतम तापमान 27.2 और न्यूनतम 26.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। आर्द्रता 100 प्रतिशत रही। बारिश के विस्तृत आंकड़ों पर नजर डालें तो केंद्रीय मृदा एवं लवणता अनुसंधान संस्थान की रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष अब तक कुल 302.8 एमएम बरसात हो चुकी है। इनमें सर्वाधिक बरसात मई में 111 एमएम रिकार्ड की गई। जनवरी में 93.1 एमएम बरसात हुई जबकि फरवरी में 29.9 एमएम बरसात हुई। मार्च और अप्रैल सूखे गुजरे जबकि जून में कुल 68.8 एमएम बरसात रिकार्ड की गई। माना जा रहा है कि अब मानसून की आमद के साथ ही अगले कुछ दिन झमाझम बरसात जारी रहने के बाद कुल बारिश के ग्राफ में और वूद्धि होना तय है।
दूसरी ओर, देश के विभिन्न भागों की बात करें तो अब दक्षिण पश्चिम मानसून पूरे उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर व लद्दाख, राजस्थान के कुछ हिस्सों, पूरी दिल्ली, पंजाब और हरियाणा, चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है। अब अगले 24 घंटों के दौरान राजस्थान, पूरे पंजाब और हरियाणा के कुछ और हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां पूरी तरह अनुकूल हैं। एक जुलाई को उत्तराखंड, हरियाणा-चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान व हिमाचल प्रदेश में छिटपुट गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं। इसके बाद कुछ जगह छिटपुट और कुछ जगह बरसात की व्यापक गतिविधि होगी। अगले पांच दिन के दौरान जम्मू, कश्मीर और पश्चिमी राजस्थान में अलग-थलग या बिखरी बारिश की गतिविधि होने की संभावना है।