Water Conservation Campaign: पीएम मोदी जल सरंक्षण अभियान की नवंबर में करेंगे समीक्षा, कुरुक्षेत्र में तेजी से चल रहा है काम
जिलाें में अधिकारी अपने-अपने विभाग से संबंधी गतिविधियों की फोटोग्राफी वीडियो अवश्य पोर्टल पर अपलोड कर रहें। इसके अलावा एक्सल शीट में डाटा को अपडेट करने में लग रहे। अधिकांश जिलों में इस दिशा में कार्य संतोषजनक चल रहा है।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। पानी आज का सबसे बड़ा सवाल और भविष्य की चिंता है। मोदी सरकार ने इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर जल शक्ति मिशन चलाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नवंबर महीने में इसकी राष्ट्रीय स्तर पर खुद समीक्षा करेंगे। इस मिशन में पांच बिंदुओं पर मुख्यत बल दिया गया है। इनमें जल संरक्षण, रेन वाटर हार्वेस्टर, जल श्रोतों का नवीकरण, बोरवेल का पुर्नप्रयोग, सघन पौधारोपण और आइईसी गतिविधियां हैं। कुरुक्षेत्र सहित प्रदेश में वरिष्ठ अधिकारी इसकी लगातार समीक्षा कर रहे हैं। जिले में डीसी और राज्य स्तर पर एसीएस स्तर के अधिकारी को इसकी कमान दी गई है।
मैदानी तल पर तेजी के साथ चल रहा काम
जिलाें में अधिकारी अपने-अपने विभाग से संबंधी गतिविधियों की फोटोग्राफी, वीडियो अवश्य पोर्टल पर अपलोड कर रहें। इसके अलावा एक्सल शीट में डाटा को अपडेट करने में लग रहे। अधिकांश जिलों में इस दिशा में कार्य संतोषजनक चल रहा है। अधिकारी इसे और बेहतरीन बनाने पर जोर दे रहे हैं। कई जिले अपना टारगेट अब तक पूरा नहीं कर पा रहे हैं। उनको रिपोर्ट लेकर कार्य पूरा करने के लिए निर्देश दिए जा रहे हैं। कृषि विभाग हर गांव में जागरूक अभियान चलाकर जल के महत्व और संरक्षण विषय पर गोष्ठी कर रहा है। इसके साथ कृषि विज्ञान केंद्र गांवों में कृषि मेले लगा रहा है। गांव व शहरों में प्रभात फेरी निकालकर जागरूक किया जा रहा है।
पंचायत विभाग सोख्ते गड्ढे बनाने में लगा
डीसी मुकुल कुमार ने बताया कि जल संरक्षण को लेकर सभी बिंदुओं पर जिला के लिए निर्धारित लक्ष्य को पूरा कर लिया गया है। पंचायती राज विभाग सोख्ते गड्ढे बना रहा है। यह कार्य मनरेगा और स्वच्छ भारत मिशन के तहत करवाया जा रहा है। वन विभाग पौधारोपण करा रहा है। इसमें मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन और पंचायतों को शामिल किया गया है। सिंचाई विभाग के बोरवेल की सफाई कर उन्हें वाटर रिचार्जिंग के योग्य बनाने में लगा है।