राशन के लिए पत्थरगढ़ के ग्रामीणों का हंगामा, प्रशासन को शिकायत देने के बावजूद नहीं हुई थी कार्रवाई
200 परिवारों को नहीं मिल रहा है राशन। 4-4 बार दे चुके हैं डीसी व डीएफएससी को शिकायत। इससे नाराज होकर ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया।
पानीपत, जेएनएन। चार माह से राशन नहीं मिलने पर पत्थरगढ़ के ग्रामीणों ने सोमवार को लघु सचिवालय चौथी मंजिल पर खाद्य व पूर्ति विभाग के कार्यालय में हंगामा खड़ा कर दिया। शोर शराबा ज्यादा होने पर कर्मचारियों ने ग्रामीणों को बाहर कर दिया। चंद मिनटों के लिए सामान्य शाखा का दरवाजा बंद कर दिया। ग्रामीणों ने रोष जताते हुए जल्द से जल्द राशन दिलाने की मांग की।
कोरोना लॉकडाउन में राशन से वंचित पत्थरगढ़ से 40 से 50 ग्रामीण सुबह 11 बजे डीसी कार्यालय में पहुंचे। एक घंटे तक इंतजार करने के बाद डीसी धर्मेंद्र से मुलाकात कर पांचवीं बार राशन न मिलने की शिकायत की। डीसी ने ग्रामीणों से कहा कि पहले जो शिकायत आई थी, उसकी नायब तहसीलदार जांच कर रहे हैं। रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। बुजुर्ग सुलेमान, गुलजार, मेहंदी हसन, शरीफ, इलियास, असगर, प्रवीण, पिंकी व नेमपाल सहित अन्य ग्रामीण दोपहर 1:20 बजे चौथी मंजिल स्थित डीएफएससी कार्यालय के सामान्य शाखा में पहुंच गए। एएफएसओ देवेंद्र कादियान सहित अन्य स्टाफ को घेर कर राशन न मिलने का कारण जानना चाहा। दस पंद्रह मिनट तक शोर-शराबा ज्यादा होने पर कर्मचारियों ने एक-एक कर ग्रामीणों को बाहर निकाल दिया। दरवाजा भी बंद कर दिया। ग्रामीण ने जोर लगा कर दोबारा दरवाजा खोलना चाहा लेकिन नहीं खुला। बुजुर्ग व महिलाएं उस कार्यालय के बाहर बरामदे पर बैठ गए।
सुपरिटेंडेंट से शिकायत
डीएफएससी अनिता खर्ब के अवकाश पर रहने से ग्रामीणों ने कार्यालय में मौजूद सुपरिटेंडेंट से राशन न मिलने की शिकायत की। सुपरिटेंडेंट ने कहा कि बायोमीट्रिक सिस्टम में अब कहीं से राशन ले सकते हैं। गांव में पार्टीबाजी के चक्कर में न उलझें।
डिपो होल्डर अफसर बांट रहा राशन
ग्रामीणों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान चार माह से राशन नहीं दिया। चार दिन पहले जब शिकायत लेकर आए तो अधिकारियों ने कहा कि उसे नोटिस भेजा गया है। डिपो होल्डर ने नोटिस के जवाब में बीमार होने की बात कही। अब दो दिन से फिर से राशन बांटना शुरू कर दिया है।
ग्रामीण नायब तहसीलदार से मिलेंगे
ग्रामीणों ने कहा कि मंगलवार को इस मामले की जांच करने वाले नायब तहसीलदार से मिलेंगे। सरकारी राशन के लिए उमस भरी गर्मी में धक्के खा रहे हैं। कोई उनकी फरियाद सुनने के लिए तैयार नहीं है।