Video Viral: अपनों से ही दागदार हो रही Haryana Police, खाकी बनी लुटेरी Panipat News
अवैध वसूली करता पुलिस वाला पकड़ा गया है। ग्रामीणों ने इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसके बाद चौकी में ग्रामीणों ने हंगामा किया।
पानीपत, जेएनएन। हरियाणा पुलिस के दामन पर अपने ही दाग लगा रहे हैं। महकमे में तैनात कर्मी और अधिकारी अपने कारनामों से वर्दी को दागदार कर रहे। सूबे में यह सिलसिला बदस्तूर जारी है। ताजा मामला पानीपत से है, जहां थर्मल के अलुपुर गांव अवैध वसूली करते सिपाही और चौकीदार को पकड़ लिया। एक महीने से पुलिसकर्मी और कुछ बदमाश सुनसान रास्ते पर राहगीरों से अवैध वसूली और लूटपाट कर रहे थे।
अलुपुर गांव के पास ग्रामीणों से लूटपाट होने पर पंचायत ने ठीकरी पहरा लगा दिया। ग्रामीणों ने सुनसान जगह पर लोगों से अवैध वसूली करते सिपाही और चौकीदार को पकड़ लिया। पंचायत ने दोनों को उरलाना चौकी पुलिस को सौंप दिया। हंगामे का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। डीएसपी संदीप मामले की जांच करेंगे।
शिकायत पर नहीं हुई कार्रवाई तो खुद पकड़ा
ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव के पास एक महीने से पुलिसकर्मी और कुछ बदमाश सुनसान रास्ते पर राहगीरों से अवैध वसूली और लूटपाट कर रहे थे। एक सप्ताह पहले एसपी सुमित कुमार को शिकायत दी थी। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने पर पंचायत ने खुद ही आरोपितों को पकडऩे का फैसला लिया। बृहस्पतिवार रात लगभग एक बजे रिट्ज कार में आए पुलिसकर्मी और उसके साथी ने कार खड़ी करके वसूली शुरू कर दी। ठीकरी पहरा दे रहे ग्रामीणों ने दोनों को धर दबोचा।
कहा- राइडर हुई खराब, गश्त के लिए लाया कार
पकड़े जाने पर उरलाना चौकी में तैनात सिपाही विवेक मान ने कहा कि पुलिस राइडर बाइक खराब होने के कारण निजी कार में गश्त करने निकला था। साथी को भी पुलिसकर्मी बताया। जब ग्रामीणों ने सख्ती से पूछताछ की तो उसके साथी रमेश निवासी कुराना ने खुद को चौकीदार बताया। विवेक के अकेले होने के कारण साथ आने की सच्चाई बताई।
अभी तक अवैध वसूली का कोई सुबूत नहीं मिला। डीएसपी संदीप सिंह मामले की जांच कर रहे है। उनके आदेश के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
विकास कुमार, प्रभारी, थाना मतलौडा।
एक मामला ये भी
ट्रक ड्राइवरों से अवैध वसूली करने वाले एसआइ और हवलदार को भेजा जेल
जीटी रोड पर ट्रक ड्राइवरों से अवैध वसूली के मामले में पकड़े गए पुलिसकर्मियों एसआइ रामरतन और हवलदार कर्मबीर को पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत भेज दिया गया। वहीं फरार आरोपित हवलदार अजीत की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। 14 जुलाई को पानीपत टोल प्लाजा पर बाबरपुर ट्रैफिक थाने में कार्यरत तीन पुलिसकर्मियों के रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुई थी। एसपी सुमित कुमार ने तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ सेक्टर 13-17 में प्रीवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट 1988 के तहत मुकदमा भी दर्ज कराया था। कार्रवाई का पता लगते ही तीनों आरोपित पुलिसकर्मी ड्यूटी से गैरहाजिर हो फरार हो गए थे।
रुपये डबल करने के नाम पर धोखाधड़ी
मधुबन स्थित हरियाणा पुलिस कांप्लेक्स में रुपये डबल करने का झांसा देकर यहां रह रहे दो पुलिस कर्मियों और उनकी पत्नी पर ठगने का आरोप लगा है। आरोपितों का शिकार चतुर्थ बटालियन में चतुर्थ श्रेणी कर्मी का परिवार आया हुआ है, जिसकी पत्नी को धोखाधड़ी के जाल में फंसाया तो मामला आइजी तक भी पहुंचा। आइजी योगेद्र नेहरा पहुंचे तो पीड़ित दंपती ने न्याय की गुहार लगाई। इसके बाद आइजी ने मधुबन एसएचओ को मौके पर बुलाया तो कार्रवाई के निर्देश दिए। इस पर आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
जांच के नाम पर 15 लाख छीने
दिल्ली लॉट्स ग्रुप ऑफ कंपनी के सीनियर अकाउंटेंट साउथ ब्लॉक दिल्ली वासी अतुल शर्मा ने शिकायत दी कि उनकी ब्रांच पानीपत व यमुनानगर में भी है। जहां 24 लाख रुपये का भुगतान ठेकेदारों को करना था। कंपनी का कर्मचारी रतन गुप्ता यह राशि लेकर जा रहा था। संबंधित ठेकेदार नहीं मिले तो रतन रकम लेकर वापस आ रहा था। करनाल में बलड़ी बाइपास के नजदीक पुलिसकर्मी जोगिंद्र सिंह और विक्रम ने उसे रोक लिया। जांच के नाम पर गाड़ी रोकी और उससे 15 लाख रुपये और मोबाइल छीन लिया।