रोहतक के अंकित के पास था क्यूआर कोड वाला आइ कार्ड, बहादुरगढ़ से पहुंच गई थी आंसर की
पानीपत में ग्राम सचिव पेपर लीक मामले में अब तक 14 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं रोहतक के अंकित के पास क्यूआर काेड वाला आईकार्ड था। इस वजह से वह किसी भी केंद्र में आ जा सकता था।
पानीपत, जेएनएन। ग्राम सचिव की परीक्षा का पेपर लीक करने की साजिश रचने वाले रोहतक के आरोपित अंकित के पास क्यूआर कोड वाला एडमिट कार्ड मिला है। इस पर करनाल डिस्ट्रिक्ट हेड लिखा है। यानी, वह इस कार्ड के साथ किसी भी परीक्षा केंद्र के अंदर जा सकता था। उसने यह कार्ड कैसे बनवाया, यह असली था या फर्जी, पुलिस की जांच कर रही है।
अगर कार्ड असली निकला तो परीक्षा कराने वाला तंत्र ही जांच के घेरे में आ जाएगा। पेपर लीक करने वालों की साजिश सफल हो जाती तो अंकित आसानी से पर्ची परीक्षा केंद्र में पहुंचा सकता था। इसके अलावा पेपर साल्व करने पहुंचे गढ़ी केसरी सोनीपत के राहुल और सिवाह के राजेश से एमटीएस (मल्टी टास्क स्टाफ) का कार्ड मिला था। ये कार्ड पैराडाइज स्कूल के संचालक जगदीप ने बनवाया था।
प्रिंसिपल से भी पूछताछ होगी कि उसने क्यों नहीं जांच की। हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की तरफ से केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। इनकी डीवीआर पुलिस ने मांग ली है। स्टाफ और परीक्षार्थियों के अंदर जाने से पहले चेङ्क्षकग करने वाली टीम से भी पूछताछ होगी। उधर, पुलिस के अनुसार बहादुरगढ़ से एक आंसर की स्कूल संचालक जगदीप के पास पहुंच गई थी। इससे पहले कि पेपर लीक होता, वो पकड़ा गया।
पानीपत पुलिस की टीम ने ग्राम सचिव पेपर लीक मामले में हथवाला रोड स्थित पैराडाइज स्कूल से चार, करनाल से आठ और जीटी रोड स्थित संत निरंकारी भवन के पास से दो लोगों को पेपर लीक करने की साजिश रचते गिरफ्तार किया था। करनाल से पकड़े गए युवक से मिले ब्लूटूथ जैसी डिवाइस की भी पुलिस जांच करवा रही है।
केंद्र अधीक्षक और पर्यवेक्षक से होगी पूछताछ
एएसपी पूजा वशिष्ठ ने बताया कि केंद्र अधीक्षक से एक बार पूछताछ हो चुकी है। दोबारा बुलाया जाएगा। राहुल और राजेश के एमटीएस पास स्कूल से बने हैं। उन पर स्कूल की मुहर लगी है। हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन को केंद्र में ड्यूटी देने वालों की लिस्ट पहले भेजी जाती है। उनकी मंजूरी के बाद केंद्र अधीक्षक स्टाफ को पास जारी करते हैं। प्रश्न पत्र की सील भी अधीक्षक द्वारा पर्यवेक्षक की उपस्थिति में खोली जाती है। केंद्र की हर गतिविधियों की फोटो और वीडियोग्राफी होती है। पूर्व योजना से ही इतना बड़ा नेटवर्क बन सकता है।
स्कूल में पहले से छुपाकर रखे थे मोबाइल
एएसपी ने बताया कि केंद्र से तीन मोबाइल मिले थे। आरोपितों ने पहले से इन्हें छुपाकर रखा गया था। जगदीप के मोबाइल में बहादुरगढ़ से लीक पेपर की आंसर की आई थी। किसी को देने से पहले पुलिस ने उसे कब्जे में ले लिया था। यहां से पेपर लीक होने की घटना अभी तक सामने नहीं आई है। किसी अधिकारी के मामले से जुड़े होने का संकेत भी नहीं मिला है। सीआइए टू पानीपत मामले की जांच कर रही है। पुलिस आरोपितों से पूछताछ के साथ संदिग्धों के ठिकाने पर रेड डाल रही है।
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