Terrorist Attack : मोजाम्बिक में हमले के बाद वीडियो-तस्वीरें सामने आईं, सहमा परिवार, कब्जे में है भारतीय
पानीपत के रहने वाले विनोद बैनीवाल को मोजाम्बिक में अगवा कर लिया गया है। आतंकियों ने इस छोड़ने के लिए फिरौती मांगी है। अब वहां की वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं। घर और गाड़ियां क्षतिग्रस्त दिख रहे। सांसद से मिले स्वजन आतंकियों के कब्जे से रिहा कराने की मांग।
पानीपत, जेएनएन। अफ्रीकी देश मोजाम्बिक में अगवा समालखा के युवक विनोद बैनीवाल की आतंकवादियों के कब्जे से रिहाई नहीं हो सकी है। इस बीच, हमले के बाद का एक वीडियो सामने आया है, जिससे अंदाजा लगा सकते हैं कि आतंकवादियों ने किस तरह हमला किया था। गाड़ियों को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया है। घर पर भी हमला किया है। वीडियो और फोटो अब स्वजनों को मिले हैं। इससे पूरा परिवार सहम गया है। भारत सरकार से अपील की है कि विनोद को जल्द रिहा कराएं। आतंकवादियों के बीच कुछ भी घटना घटित हो सकती है। परिवार ने शुक्रवार को सांसद संजय भाटिया को ज्ञापन सौंपा है।
मोजाम्बिक के पाल्मा शहर में वर्ष 2015 में विनोद बैनीवाल वर्क वीजा पर गए थे। वहां नेचुरल गैस प्लांट के ब्रांच मैनेजर थे। मार्च महीने में वहां पर आतंकवादियों ने हमला बोल दिया। आतंकी संगठन अल शबाब ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। विनोद को छोड़ने की एवज में 73 लाख की रुपये की मांग की है। विनोद के भाई सतेंद्र बैनीवाल ने जागरण को बताया कि कंपनी ये रकम भी देने को तैयार है। इसके बावजूद रिहाई नहीं हो रही। मोजाम्बिक एंबेसी अगर सक्रिय हो तो उनके भाई की रिहाई जल्द हो सकती है। उनके परिवार के कुछ सदस्य मोजाम्बिक में ही हैं। उन्हीं से विनोद के अपहरण की खबर पता चली थीं। वहीं से वीडियो व तस्वीरें मिली हैं।
जनवरी में ही घर लिया था
सतेंद्र बैनीवाल ने बताया कि भाई विनोद ने जनवरी महीने में ही पाल्मा में घर लिया था। घर के पास ही प्लांट में वह काम करते थे। आतंकवादियों को मालूम था कि कौन कहां रहता है। आतंकियों ने घर को भी निशाना बनाया। मोर्टार दागकर घर और गाड़ियों को क्षतिग्रस्त किया है।
समालखा से पहुंचे पचास से ज्यादा लोग
विनोद बैनीवाल के परिवार के सदस्य सनौली रोड पर सांसद संजय भाटिया के कार्यालय में पहुंचे। पचास से ज्यादा लोग समालखा से पहुंचे। पत्नी सीमा ने कहा कि उनके पति को छुड़वा दो। उनकी एक बेटी और एक बेटा है। परिवार को डर सता रहा है। विदेश मंत्रालय में बात करें। परिवार हर जगह बात कर चुका है। सांसद ने कहा कि वह दिल्ली में बात करेंगे। दो दिन में समस्या का समाधान कराने का प्रयास रहेगा।