कबूतरबाजी के आरोपित भाजपा नेता की गिरफ्तारी के बाद पीड़ितों ने किया समझौता
अमेरिका व कनाडा में नौकरी दिलाने के नाम पर शिमला मौलाना गांव के दो सगे भाइयों से 30 लाख रुपये ठगने के आरोपित भाजपा नेता बलवान शर्मा के गिरफ्तारी के बाद पीड़ितों ने समझौता कर लिया है। बीते 23 नवंबर को हुई पंचायत में दोनों भाइयों ने केस वापस लेने के लिए पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : अमेरिका व कनाडा में नौकरी दिलाने के नाम पर शिमला मौलाना गांव के दो सगे भाइयों से 30 लाख रुपये ठगने के आरोपित भाजपा नेता बलवान शर्मा के गिरफ्तारी के बाद पीड़ितों ने समझौता कर लिया है। बीते 23 नवंबर को हुई पंचायत में दोनों भाइयों ने केस वापस लेने के लिए पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया है।
शिमला मौलाना के सलिद्र और उसके भाई बलिद्र को अमेरिका व कनाडा भेजने और नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के मामले में नया मोड़ आ गया है। यह मामला गृहमंत्री अनिल विज तक पहुंचने की नौबत आने पर पुलिस ने आरोपित अहर गांव के भाजपा नेता बलवान शर्मा, उसके बेटे प्रदीप और भाई सोहनलाल के खिलाफ केस दर्ज किया था। सीआइए-थ्री ने तीन दिन पहले मुख्य आरोपित बलवान शर्मा को गिरफ्तार करके 28 नवंबर तक रिमांड पर लिया। पूछताछ में बलवान शर्मा के दिल्ली के ओखला, अमृतसर और देहरादून में भी दफ्तर होने की जानकारी मिली। सोहनलाल और प्रदीप की गिरफ्तारी के लिए सीआइए-थ्री बीते दो दिनों से कई प्रदेशों की खाक छान रही है। अब पीड़ित दोनों भाइयों ने इस मामले में फैसला कर लिया है। सलिद्र ने बताया कि इस मामले में 23 नवंबर को उनके गांव में पंचायत हुई थी। पंचायत में उनका फैसला हो गया है। वो किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं चाहते हैं। वर्जन----
कबूतरबाजी के मामले में पीड़ितों द्वारा केस वापस लेने की जानकारी नहीं है। आरोपितों पर केस दर्ज है और बलवान शर्मा को रिमांड पर लेकर उसके बेटे व भाई की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। दोनों के बीच फैसले के संबंध में कोर्ट निर्णय लेगा। पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है।
छबील सिंह, प्रभारी, सीआइए-थ्री।