विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस: भारत माता के जयकारों से गूंजी धर्मनगरी, मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का शुभारंभ किया
थानेसर अनाज मंडी में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भारत-पाक बंटवारे के दर्द को बयां करते संदेश को दर्शाया गया।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर प्रदेश स्तरीय पहला कार्यक्रम किया गया। इसकी घोषणा गत वर्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी। यहां सबसे पहले 1947 भारत-पाक बंटवारे के दर्दनाक लम्हों को स्मरण किया गया। इसके साथ करीब 10 लाख लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। पूरे पंडाल को तिरंगे के कपड़े के साथ सजाया गया है। थानेसर अनाज मंडी के प्रवेश द्वार सहित पूरे शहर में तिरंगे लगाए गए।
प्रदर्शनी और डाक्यूमेंट्री में दिखाया दर्द
विभाजन विभीषिका दिवस पर एक विशाल प्रदर्शनी लगाई गई और एक डाक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई गई। इसमें पूरे प्रदेश से कुछ लोगों को शामिल किया गया है। उनकी जुबानी पर उस समय के संघर्ष और विभीषिका को दर्शाया गया है।
भारत-पाक बंटवारे का दर्द
थानेसर अनाज मंडी में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भारत-पाक बंटवारे के दर्द को बयां करते संदेश को दर्शाया गया। इसके अलावा 27 पैनल पर भारत का विभाजन अभूतपूर्व मानव विस्थापन और मजबूरी में पलायन की दर्दनाक कहानी को ब्यां कर रहे है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल का स्वागत करते पंचनद स्मारक ट्रस्ट के प्रदेशाध्यक्ष एवं थानेसर विधायक सुभाष सुधा ओर राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मदेव महाराज
प्रदर्शनी में दिखाया कि लगभग 60 लाख गैर मुस्लमान, उस क्षेत्र से निकले और बाद में पश्चिमी पाकिस्तान बन गया। 65 लाख मुस्लमान पंजाब व दिल्ली आदि के भारतीय हिस्सों से पश्चिमी पाकिस्तान में चले गए। 20 लाख गैर मुस्लमान पूर्वी बंगाल। जो बाद में पूर्वी पाकिस्तान बना। यहां से निकलकर पश्चिम बंगाल आए। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में यह भी दिखाया कि 20 लाख गैर मुस्लमान पश्चिमी बंगाल आए। 10 लाख मुस्लमान पश्चिमी बंगाल से पूर्वी पाकिस्तान चले गए।
विभीषिका में मारे लोगों का आकड़ा पांच लाख
इस विभीषिका में मारे गए लोगों का आंकड़ा पांच लाख बताया जाता है, लेकिन अनुमानत: यह आंकड़ा पांच से 10 लाख के बीच है। इसमें 1947 के अखबारों की कटिंग और अन्य दोषियों को भी देखा गया।
35 मिनट की डाक्यूमेंट्री फिल्म
विधायक सुभाष सुधा के प्रयासों से भारत पाकिस्तान बंटवारे को लेकर लगभग 35 मिनट की एक डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाई है। डाक्यूमेंट्री फिल्म में मुख्यमंत्री मनोहर लाल का संदेश भी सुनाया गया। फिल्म में 1947 के समय बंटवारे के मंजर को झेलने और अपनी आंखों से देखने वाले लोगों की जुबान से बंटवारे के दर्द को सुनने काे मिला। इसमें विभाजन विभीषिका को दिखाया गया।