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दोस्त ने की खुदकुशी तो आहत होकर दो युवकों ने लगाई फांसी, छोटे भाई ने बचाया

पानीपत में अपने दोस्‍त के खुदकुशी करने से दुखी दो युवकों ने जान देने की कोशिश की। दाेनों ने घर में फांसी लगा ली, लेकिन लोगों ने उन्‍हें बचा लिया।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 26 Feb 2018 08:59 AM (IST)Updated: Mon, 26 Feb 2018 03:07 PM (IST)
दोस्त ने की खुदकुशी तो आहत होकर दो युवकों ने लगाई फांसी, छोटे भाई ने बचाया
दोस्त ने की खुदकुशी तो आहत होकर दो युवकों ने लगाई फांसी, छोटे भाई ने बचाया

जेएनएन, पानीपत। तीन दिन पहले अपने दोस्त की मौत से आहत डाबर कालोनी में दो दोस्तों ने एक साथ फांसी लगा ली। यह घटना एक युवक के छोटे भाई ने देख ली। उसने पड़ोसियों की मदद से रस्सी काटकर दोनों को नीचे उतारा। दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां से खानपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। फिलहाल दोनों युवक पीजीआइ रोहतक में उपचाराधीन है।

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डाबर कालोनी निवासी जॉनी (19) तहसील कैंप में प्लाईबोर्ड का काम करता है। उसे जगदीश नगर निवासी भालू उर्फ अंकित के शहर में आने की खबर मिली। इस पर दोनों ने इकट्ठे बैठकर शराब पी। इसके बाद दोनों ने एक साथ फांसी लगा ली। इसी बीच जॉनी का भाई दीपक स्कूल की छुट्टी होने के बाद घर आ गया। दोनों को तड़पते देख उसने चिल्लाकर पड़ोसियों को बुलाया।

पड़ोसी सोनू भी मौके पर पहुंचा। इसके बाद दीपक ने चाकू से रस्सी काट दी। रस्सी कटते ही दोनों फर्श पर जा गिरे। दीपक ने बताया कि जॉनी के मुंह से झाग निकल रही थी। लोगों की मदद से परिजनों ने दोनों को सामान्य अस्पताल पहुंचाया।

तीन दिन पहले इनके दोस्त ने लगा दी थी फांसी

दीपक ने बताया कि बुधवार रात को पहलवान चौक निवासी 22 वर्षीय नीरज वर्मा ने अपने घर में छत पर बने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी थी। नीरज वर्मा जॉनी का सहपाठी था। वहीं अंकित उर्फ भालू को उसने पर्दे सिलाई का काम सिखाया था। ऐसे में दोनों युवकों ने नशे में दोस्त की याद आने पर फांसी लगाने का प्रयास किया।

 परिजनों ने बताया कि अब दोनों युवकों की हालत में सुधार है। वे बार-बार उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाने का कारण पूछ रहे हैं। दोनों ही युवक खुद को ठीक-ठाक बता रहे है। उनका कहना है कि वे एक दूसरे से मिले थे। जॉनी के घर क्या हुआ, मालूम नहीं।

अंकित को नहीं पता, क्यों लगाई फांसी : जगदीश

अंकित उर्फ भालू के पिता जगदीश ने बताया कि भालू लगभग दो माह से हिमाचल में पर्दे सिलाई का काम करता है। वह चंद रोज पहले ही घर लौटा था। उसने शराब जरूर पी थी। भालू को नहीं पता कि वह फांसी पर कैसे लटका। सुबह होश में आते ही पूछा कि उसे अस्पताल में क्यों भर्ती कराया है।

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'' फिलहाल युवकों के फांसी लगाए जाने की कोई सूचना नहीं मिली है। यदि ऐसी कोई घटना हुई है तो उचित कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

                                                                              - इंस्पेक्टर सुरेश पाल, किला थाना प्रभारी, पानीपत।


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