वायु प्रदूषण जांच के लिए दो मॉनीटरिग स्टेशन बनेंगे
-2020 की प्रदूषण रिपोर्ट नहीं हुई जारी -रिफाइनरी करेगी खर्च वहन -एक साल पहले बंद किए गए उद्योगों ने भरा हर्जाना जागरण संवाददाता पानीपत औद्योगिक शहर का वायु प्रदूषण जांच करने के लिए जल्द ही दो और मॉनटरिग स्टेशन बनाए जाएंगे। फिलहाल सेक्टर 1
जागरण संवाददाता, पानीपत : औद्योगिक शहर का वायु प्रदूषण जांच करने के लिए जल्द ही दो और मॉनीटरिग स्टेशन बनाए जाएंगे। फिलहाल सेक्टर-18 के कम्युनिटी सेंटर में एक स्टेशन बना हुआ है। इस स्टेशन के रिजल्ट भी सही नहीं आते। टोल प्लाजा के नजदीक होने के कारण वाहनों का वायु प्रदूषण इसको प्रभावित करता है। साथ ही कम्युनिटी हॉल के आसपास कई बार कूड़ा आदि जलाने के कारण भी परिणाम सही नहीं आते हैं। वायु प्रदूषण के सही रिजल्ट के लिए एक मॉनिटरिग स्टेशन पुलिस लाइन में बनेगा। दूसरा वन विभाग में बनाया जाएगा। इससे पूरे शहर की वायु प्रदूषण की जांच हो सकेगी।
खर्च रिफाइनरी देगी
वायु प्रदूषण की जांच के लिए बनाए जाने वाले मॉनीटरिग स्टेशन पर रिफाइनरी खर्च करेगी। इनकी ऑनलाइन मॉनीटरिग होगी। तीनों केंद्र हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व केंद्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की साइट से जुड़े होंगे।
व्यापक पर्यावरण प्रदूषण सूचकांक की रिपोर्ट नहीं
व्यापक पर्यावरण प्रदूषण सूचकांक की रिपोर्ट जुलाई 2019 में आई थी। इसके मुताबिक पानीपत 100 शहरों में प्रदूषण फैलाने में 11 वें नंबर पर था। इस वर्ष अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं आई है।
बंद उद्योग चालू हो चुके
एनजीटी के आदेश पर पानीपत में उद्योग बंद किए गए थे। उन पर हर्जाना भी लगाया गया था। उन बंद किए गए ज्यादातर उद्योगों ने हर्जाने की रकम जमा करवा दी। उद्योग चल रहे हैं। संतोष ट्रेडर्स, नवीन प्रोसेसर चल रहे हैं। प्रवीण वूलन ने हर्जाने की रकम जमा करवा दी है। जय उद्योग स्थायी रूप से बंद हो चुका है। बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी शैलेंद्र ने बताया कि जुलाई 2019 के बाद इंडेक्स जारी नहीं हुआ है। औद्योगिक शहर को पिछले वर्ष 11 वें स्थान की रैकिग मिली थी। जो उद्योग बंद किए गए थे, वे चालू हो चुके हैं।